राजस्थान में लगातार रेप और महिलाओं के साथ हैवानियत की घटनाएं सुर्खियां बन रही हैं, प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा में चूक चिंताजनक विषय बन चुकी है।
राजस्थान। घटना चित्तौरगढ़ बेगूं विधानसभा के भैंसरोडगढ़ थाना क्षेत्र की है जहां एक 19 वर्षीय युवक ने अपनी हवस का शिकार एक 7 साल की दिव्यांग दलित बालिका को बनाया है, हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन प्रदेश में जिस तरह से रेप की घटनाओं का क्रम जारी है उससे यह पता चलता है कि अपराधियों में कानून का खौफ खत्म हो चुका है, जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
11 फरवरी की सुबह 10 के करीब हुए इस पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए द मूकनायक ने घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ित परिवार से बात की तो, पीड़िता की मां ने बताया कि, हमेशा कि तरह बच्चे बाहर खेल रहे थे और मैं घर के अंदर चूल्हे-चौके के काम में व्यस्त थी, रोटी बनाकर हाथ धोने ही वाली थी कि मेरे कानों में छोटे बेटे की आवाज गूंजी; मम्मी-मम्मी काका रेणुु (बदला हुआ नाम) को मार रहा है। जब मैं बाहर निकली तो मुझे कोई दिखाई नहीं दिया। फिर बेटे ने कहा कि वह उस खेत पर है।
"जब दौड़ कर खेत में पहुंची तो वहां का मंजर देखकर मेरे पैरों से मानो जमीन खिसक गई।" पीड़ित की मां ने द मूकनायक को रूआँसे स्वर में बताया।
पीडिता की मां की आंखो से आंसू बहने लगे फिर भारी मन से उन्होंने कहा कि, "जब मैं उसकी तरफ दौड़ी तो वो पेंट पहनते हुऐ भागा। मैंने अपनी बेटी को जब जमीन से उठाया तो वह दर्द के मारे कराह उठी। उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि मैं अब क्या करूं! इतने में आरोपी ने मुझे पीछे से आकर मेरे कंधे को पकड़ लिया और धक्का देकर वहां से भाग जाता है।"
मां ने आगे बताया, "जब बेटे से पूछा कि तुम वहां उसके पास क्यों गए तो, बेटे ने कहा कि; वो हमें बोला कि चलो मेरे खेत पर मैं तुम्हे वहां मोबाइल में कार्टून दिखाऊंगा तो हम चले गए।"
"घटना के कुछ समय बाद अरोपी का पिता आता है और मुझे धमकी देकर कहता है कि जो हो गया उसे भूल जाओ, इसे हॉस्पिटल ले जाते हैं और हां! वहां डॉक्टर पूछे तो कह देना कि बच्चों के साथ खेल-खेल में शायद वहां ( प्राइवेट पार्ट ) पर चोट आ गई जिससे खून बहने लगा क्योंकि अगर तुम सच बताओगी तो तुम्हारी ही बदनामी होगी। फिर मैं और आरोपी का पिता उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले गए जहां उसका उपचार किया गया।" -घटना को याद करते हुए मां ने बताया।
जब द मूकनायक ने पीड़िता के पिता से मामले पर बात की तो उन्होंने बताया कि, घटना के वक्त वह घर पर मौजुद नहीं थे। वह एक शादी में गए हुए थे, शाम को जब घर पहुंचे तो पत्नी ने पूरा घटनाक्रम बताया।
"एक बार तो मैं गुस्से में आ गया पर फिर मैंने खुद को काबू किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके मेरी बेटी का मेडिकल करवाया।" -पीड़िता के पिता ने बताया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि, "आरोपी मनोज धाकड़ को कुछ साल पहले ही जमीन बेची थी और वह वहां रोज आता-जाता था। घर पर भी कभी-कभी आता था।"
आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया और जांच शुरु कर दी थी। कोटा एफएसएल टीम ने आवश्यक दस्तावेज घटनास्थल से एकत्रित किए और पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दिया। काफी खोजबीन के बाद आरोपी को भैंस रोडगढ़ पुलिस ने उसे एक रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार कर लिया।
घटनास्थल पर भैंसरोड़गढ़ एसएचओ ने बताया कि, "आरोपी नशे का आदी था, और उसके मोबाइल में अश्लील वीडियो भी पाई गई है। मामले को लेकर जांच जारी है। आरोपी को पाक्सो कोर्ट चितौड़गढ़ में शनिवार को पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।"
जिला कलेक्टर और बेगूं विधायक ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
घटना की जानकारी मिलते ही चितौड़गढ़ कलेक्टर अरविंद पोसवाल और बेगूं विधायक राजेंद्र सिंह विधुरी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और तत्काल एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत 2.5 लाख का चैक सौंप कर राज्य सरकार से 5 लाख रुपए की सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया है और आरोपी को शख्त से शख्त सजा दिलाने व परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
भाजपा विधायक और प्रदेश महासचिव मदन दिलावर ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्याय की मांग की ओर तत्काल राज्य सरकार से 10 लाख रुपए की सहायता राशि पीड़ित परिवार को देने की थी मांग की है। विधायक मदन दिलावर ने कहा कि इस सरकार में एससी एसटी वर्ग पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं, सरकार इनको रोकने में विफल साबित हो रही हैं।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.