जयपुर। राजस्थान के बारां जिले के लकड़ाई गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बाहर दलित महिला शिक्षक हेमलता बैरवा के निलंबन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों के चोट आई है।
घटना के बाद गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। एक मामला पुलिस की तरफ से दर्ज किया गया है, जबकि दूसरा मामला स्कूल प्रधानाध्यापक ने दर्ज कराया है। इस दौरान पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।
भीम आर्मी का कहना है कि संविधान की पालना करने वाली दलित महिला शिक्षक हेमलता बैरवा को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का हवाला देते हुए बारां जिला शिक्षा अधिकारी पीयूष शर्मा ने निलंबित कर निलंबन काल में मुख्यालय बीकानेर कर दिया। यह नियम विरुद्ध है। इसी के खिलाफ विद्यार्थी व अभिभावकों के साथ भीम आर्मी के लोग प्रदर्शन कर रहे थे।
भीम आर्मी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान इंदासर ने द मूकनायक से बात करते हुए कहा कि हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। कोई विवाद नहीं था। इंदासर ने आरोप लगाया कि पुलिस सामने थी। अचानक पीछे से कुछ लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर पथराव कर दिया। आरोप है कि गणतंत्र दिवस पर जिन लोगों ने स्कूल में सरस्वती देवी की तस्वीर लगाने को लेकर विवाद किया था, जिनके खिलाफ पहले से मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने ही स्कूल के पीछे से प्रदर्शनकारियों पर पथराव किया है। सामने से पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बाद में सादा वर्दी में लोगों ने भी महिलाओं पर लाठी बरसाई। पुलिस हमले में घायलों का इलाज करवा रही है।
पुलिस अधीक्षक बारां राजकुमार चौधरी ने द मूकनायक से कहा कि कुछ बाहरी लोग स्कूल के बच्चों व गांव की महिलाओं के साथ स्कूल पर ताला लगा कर धरना दे रहे थे। दूसरी तरफ एक बड़ा धड़ा जिनके बच्चे स्कूल जाना चाह रहे थे। उन्होंने पुलिस से स्कूल का ताला खुलवाने के लिए कहा था। पुलिस द्वारा ताला नहीं खुलवाने पर उन्होंने अपने स्तर पर ताला खुलवाने की बात कही थी।
एसपी ने कहा कि मौके की स्थिति को भांपते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से समझाइश की। करीब दो घंटे तक समझाइश के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने। इससे एक वर्ग में नाराजगी बढ़ रही थी। मौके पर दो वर्गों में टकराव की स्थिति बनती। इससे पहले पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके प्रदर्शनकारियों को स्कूल के मुख्य द्वार से हटाया। लाठीचार्ज नहीं की थी।
एसपी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने ही पुलिस पर पथराव किया था। इससे एक सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इस घटना के बाद पुलिस की ओर से एक मुकदमा दर्ज किया गया है। एक अलग से स्कूल प्रधानाध्यापक ने भी मुकदमा दर्ज कराया है। इधर, गणतंत्र दिवस पर हुए विवाद के बाद दर्ज मुकदमों के बारे में एसपी ने कहा कि अभी अनुसंधान चल रहा है।
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