झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ इलाके में गोशाला में काम करने वाले दलित कर्मचारी के पैर बांधकर लोहे के पाईप से उल्टा लटका दिया गया। इस दौरान उसके तलवे पर 6 घंटे तक डंडे बरसाये। युवक को बुरी तरह थर्ड डिग्री टार्चर करने के कारण उसकी मौत हो गई। इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने वारदात के 48 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को डिटेन भी किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि युवक के साथ मारपीट करते हुए इन आरोपियों ने वीडियो बनाए थे। घटना के दो वीडियो मंगलवार को सामने आए।
झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ थाना इंचार्ज सुखदेव सिंह ने बताया- "बलोदा में शराब ठेका कर्मचारियों और अवैध शराब बनाने वालों के बीच रंजिश है। क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री का शक होने पर यह घटना कारित की गई है। शराब ठेका चलाने वाले कारोबारियों को लगा की अवैध शराब के कारण उनकी आय पर असर पड़ रहा था। शराब के ठेके से जुड़े हुए लोगों को शक था।"
गोशाला में काम करने वाला रामेश्वर वाल्मीकि (27) पुत्र हनुमान का संपर्क अवैध शराब बनाने वालों से है और वे रामेश्वर के जरिए उनका कारोबार खत्म करना चाहते हैं। इसी रंजिश में आरोपियों ने रामेश्वर के घर से उसका अपहरण किया।
थाना इंचार्ज ने बताया- "14 मई की सुबह गोशाला से लौटकर रामेश्वर एक सवामणी के कार्यक्रम में जाने के लिए सुबह 11 बजे घर से निकला था। निकलते ही बदमाश कैंपर कार में उसे अपहरण कर एक हवेली में ले गए। वहां उसे बांधकर 6 घंटे तक उसके पैरों और शरीर पर जगह-जगह डंडे बरसाए। जमकर मारपीट की। वीडियो बनाया। दो आरोपियों ने उसके हाथ और पैर पकड़े और और तीसरे ने जमकर लाठियां बरसाईं। उसे कभी लिटाकर तो कभी लटकाकर पीटा गया। बुरी तरह पिटाई के बाद रामेश्वर अचेत हो गया। टॉर्चर को वह सह नहीं पाया और उसने दम तोड़ दिया। शाम 7 बजे आरोपी उसकी डेडबॉडी उसके घर के पास फेंककर फरार हो गए।"
सूचना पर डीएसपी विकास धिंधवाल व थानाधिकारी सुखदेव सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी रामेश्वर को हरियाणा के सतनाली में निजी अस्पताल भी लेकर गए थे। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वे शाम 7 बजे उसके घर के बाहर फेंककर फरार हो गए।
रामेश्वर के बड़े भाई कालूराम ने 6 आरोपियों के खिलाफ सूरजगढ़ थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें चिंटू पुत्र महावीर, पर्वत पुत्र पवन, सुखा, प्रवीण उरीका, चिंटू सहित एक अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दी गई।
एसपी राजर्षि वर्मा ने द मूकनायक को बताया- "पुलिस ने 16 मई को आरोपियों दीपेंद्र उर्फ चिंटू, प्रवीण कुमार उर्फ पीके, सुभाष उर्फ चिंटू, सतीश उर्फ सुख निवासी बलोदा, प्रवीण उर्फ बाबा निवासी उरीका थाना सूरजगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। चार आरोपियों के खिलाफ पहले से मारपीट, आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। दीपेंद्र उर्फ चिंटू सूरजगढ़ थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
जानकारी के अनुसार आरोपियों ने रामेश्वर के अलावा जेठू नायक नाम के युवक का भी अपहरण किया था। जेठू के मुताबिक आरोपी उन्हें गांव में ही एक हवेली में बनाए शराब के गोदाम में ले गए थे। वहां दोनों के साथ मारपीट की थी। रामेश्वर का बड़ा भाई कालूराम परिवार के साथ नीमकाथाना में रहकर मजदूरी करता है। दूसरा भाई सुल्तान राजगढ़ में रहता है। बलोदा स्थित घर में रामेश्वर के साथ उसकी मां रहती थी। पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। बेटे की मौत के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
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