हिमाचल प्रदेश के शिमला में लोकनिर्माण विभाग के एक अधिकारी पर जूनियर महिला अधिकारी ने यौन शोषण एवं छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। आरोपित अधिकारी लोकनिर्माण विभाग में अधिशाषी अभियंता के पद पर तैनात है, जबकि पीड़ित इसी महकमे में कनिष्ठ अभियंता (जेई) है। ऑफिसियल टूर के दौरान एक रेस्ट हाउस में पेश आई इस घटना से विभाग में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एचपी के शिमला में चिडगांव लोकनिर्माण विभाग कार्यालय में अनुसूचित समाज से आने वाली महिला जेई पद पर कार्य करती है। महिला ने बताया, "मैं 9 फरवरी 2023 को मैं रोहड़ू और मांदली के ऑफिसियल विजिट पर गई थी। विभाग में एक्सईएन के पद पर तैनात एक अधिकारी भी मेरे साथ थे। शाम को हम दोनों ही फारेस्ट रेस्ट हाउस मांदली में ठहरे थे। दोनों का कमरा अलग था। अधिकारी ने मुझे काम के सिलसिले में बात करने के लिए अपने कमरे में बुलाया था। इस दौरान अधिकारी ने मेरा हाथ पकड़ लिया। वह मुझसे अश्लील हरकतें करने लगे। उन्होंने मेरे साथ शारीरिक सम्बंध बनाने की बात कही।"
दलित महिला जेई का आरोप है, "एक्सईएन मुझे पिछले कई महीनों से परेशान कर रहा था। अधिकारी मेरे व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भी भेजता था। मैंने कई बार मना भी किया। लेकिन वह नहीं मान रहा था। काई बार वह देर रात में कॉल भी कर देता था।"
इस मामले में चिडगांव के थाना प्रभारी (एसएचओ) ने बताया, "पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपित के विरुद्ध आईपीसी की धारा 341, 354ए 354डी, 294, 509 और एससी-एसटी एक्ट के सेक्शन-3 (1) के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले में नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। अब तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।"
सूत्रों के अनुसार इस मामले में अधिकारी पर विभाग की तरफ से गाज गिरना तय है। लोकनिर्माण विभाग की ओर से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
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