UP: पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत के बाद लखनऊ में विरोध प्रदर्शन, पुलिस के दावे पर सवाल!

लखनऊ में पुलिस हिरासत में दलित युवक अमन गौतम की मौत के बाद मामला गरमाता हुआ नजर आ रहा है. इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया हैं. पुलिस के अनुसार अमन की तबीयत खराब हुई और फिर उसकी मौत हो गई.
UP: पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत के बाद लखनऊ में विरोध प्रदर्शन, पुलिस के दावे पर सवाल!
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लखनऊ/उत्तर प्रदेश: शनिवार को लखनऊ के विकास नगर इलाके में 26 वर्षीय दलित व्यक्ति की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मृतक के परिवार ने स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर न्याय की मांग और उसकी मौत के लिए कथित रूप से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया।

पीड़ित की बहन सुधा गौतम और उनकी पत्नी रोशनी गौतम ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और पुलिस द्वारा मामले को संभालने और अधिकारियों द्वारा देरी से की गई कार्रवाई पर चिंता जताई।

सुधा गौतम ने कहा, "मेरे भाई की मौत को 24 घंटे से ज़्यादा हो गए हैं, फिर भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। अपराधी अभी भी आज़ाद हैं।"

उसने पोस्टमार्टम में देरी पर भी भी नाराजगी जताई। उन्होंने सवाल किया कि, "हम सुबह अस्पताल पहुँचे, लेकिन पोस्टमार्टम शाम तक ही पूरा हो पाया। रात में दाह संस्कार करना हमारे रीति-रिवाजों के खिलाफ़ है। अधिकारी हिंदू मूल्यों को बनाए रखने का दावा करते हैं, लेकिन अब वह कहाँ हैं?"

सुधा ने परिवार के लिए मुआवजे और न्याय के बारे में लिखित आश्वासन की मांग की। उन्होंने कहा, "हमें लिखित आश्वासन चाहिए कि मेरी भतीजी को मुआवजा मिलेगा और मेरी भाभी को नौकरी दी जाएगी। तभी हम विरोध प्रदर्शन खत्म करेंगे।"

उन्होंने आगे पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया और दावा किया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, "हमें उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है; महिलाओं और बच्चों को पीटा गया है। दो साल का बच्चा कल से बिना भोजन या पानी के रह रहा है। सरकार कहती है कि उसे बच्चों की परवाह है, लेकिन इस दलित परिवार की अनदेखी की गई है।"

मृतक की पत्नी रोशनी गौतम ने भी अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने कहा, "हम सुबह से ही न्याय और सहायता की मांग को लेकर यहां आए हैं। मुझे अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए नौकरी चाहिए। जब ​​तक हमें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता, हम यहां से नहीं जाएंगे।"

इस घटना पर राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक्स पर एक पोस्ट में इस घटना को "बेहद दुखद" बताया और सरकार से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को पूरी सहायता देने की अपील की।

भाजपा नेता दिनेश शर्मा ने भी टिप्पणी करते हुए कहा, "यह घटना योगी की सरकार में हुई है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इतनी कड़ी सजा दी जाएगी कि दोषियों की अगली तीन पीढ़ियां याद रखेंगी।"

हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक परिवार की मांगों पर ध्यान नहीं दिया है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है क्योंकि स्थानीय लोग कथित देरी और अधिकारियों की ओर से समर्थन की कमी पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।

कैसे हुई मौत?

आरोप है कि पुलिस हिरासत में दलित युवक अमन गौतम की मौत हुई है. इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया हैं. पुलिस के अनुसार अमन की तबीयत खराब हुई और फिर उसकी मौत हो गई. हाालंकि  CCTV फुटेज में अमन बहुत आराम से चलकर पुलिसवालों के साथ जाते हुए दिखाई दे रहा है. हालांकि, बताया जा रहा है कि विकास नगर में दलित युवक की मौत मामले में पुलिस ने 4 PRV के पुलिस कर्मियों के पर FIR दर्ज की गई है


वैसे तो अमन गौतम की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में लखनऊ पुलिस का दावा सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक सही नहीं दिखा है. अमन को उसके घर से ले जाते हुए चार पुलिस वाले सीसीटीवी में दिखाई दे रहे हैं.

दरअसल, शुक्रवार रात 10:15 पर लखनऊ विकास नगर सेक्टर-8 के इलाके से अमन गौतम को चार पुलिस कर्मी अपने साथ ले जाते हुए CCTV फुटेज में दिख रहे. पीछे-पीछे अमन गौतम का परिवार और उनकी पत्नी रोती हुई भी दिख रही है. 

पुलिस का दावा और परिजनों का आरोप 


मामले को लेकर पुलिस का दावा है कि अमन जुआ खेल रहा था, दबिश दी गई तो वह बेहोश हो गया. लेकिन सीसीटीवी फुटेज से पुलिस के ये दावे गलत पाए गए. परिवार वालों का आरोप है कि अमन जागरण की तैयारी कर रहा था. पुलिस ने उसे मार दिया. पुलिस हिरासत में अमन की मौत को घर वाले हत्या बता रहे हैं. दलित संगठन और बीएसपी इस मुद्दे पर धरना प्रदर्शन कर चुके हैं. दावे के मुताबिक जुआरियों को पकड़ने गई पुलिस ने हिरासत में दो युवकों को लिया जिसमें से एक युवक PRV गाड़ी में बैठते ही बेहोश हो गया बताया जा रहा है कि जब वह अस्पताल पहुंचा तो वहां के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

सांसद चंद्रशेखर आजाद का बयान 


सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मामले को लेकर कहा है कि, "मुख्यमंत्री योगी जी आपकी पुलिस दबिश देने जाती है या दबंगई करने? लखनऊ के विकास नगर स्थित अंबेडकर पार्क में पुलिस द्वारा दबिश के दौरान अमन की दुखद मृत्यु हुई. परिजनों ने कहा कि पुलिस द्वारा दौड़ाने के बाद गिरने व बेरहमी से पिटाई की वजह से अमन की मृत्यु हो गई."

मायावती ने भी इस मामले पर एक्स पर ट्वीट किया है

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