जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के भाबरु पुलिस थाना क्षेत्र के टालनपुर गांव के रहने वाले प्रहलाद रैगर का बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इससे पूर्व मृतक के परिजनों के साथ पुलिस और प्रशासन के स्थानीय अधिकारियों की मौजूदगी में गत मंगलवार देर रात तक कई दौर की समझौता वार्ता हुई। समाज के पंच पटेलों और स्थानीय विधायक इंदर सिंह गुर्जर की मौजूदगी में बुधवार तड़के 4 बजे विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए अनुमति दे दी। यह बात अलग है कि तीसरे दिन भी हत्यारोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। जबकि समझौते में पोस्टमार्टम से पूर्व आरोपी कबूल सिंधु गुर्जर की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया गया था।
ज्ञात रहे कि 15 मई को जयपुर ग्रामीण जिले के भाबरु पुलिस थाना इलाके के टालनपुर गांव में भूमि विवाद को लेकर कबूल सिंधु गुर्जर ने प्रहलाद रैगर की उसकेे घर के सामने ही ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचल कर हत्या कर दी थी।
हत्या के बाद मृतक के भाई ओमप्रकाश ने हत्या का कारण जमीनी विवाद बताकर आरोपी के खिलाफ भाबरु पुलिस थाने में एक लिखित तहरीर दी थी। इस पर पुलिस ने पहले तो हत्या को दुर्घटना बताते हुए एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था। हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज नहीं करने पर मृतक के परिजन घटना स्थल पर ही शव रख कर धरने पर बैठ गए थे।
टालनपुर गांव में शव के साथ घटना स्थल पर धरने की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक और उपखण्ड अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। इन अधिकारियों ने भी परिजनों को समझा कर पोस्टमार्टम के लिए शव उठवाने का प्रयास किया था, लेकिन परिजन जिद पर अड़े रहे। घटना वाले दिन आधी रात को विराटनगर के विधायक इंदर सिंह गुर्जर भी धरना स्थल पर पहुंचे थे। जहां विधायक ने अपने अंदाज में परिजनों को समझाया था, लेकिन बात नहीं बनी।
इसके बाद फिर थानाधिकारी धर्मसिंह ने समाज के प्रबुद्धजनों की मध्यस्तता से शव को सुरक्षित स्थान पर डिफ्रिज में रखने के लिए राजी किया। 16 मई को तड़के 3 से 4 बजे के बीच परिजन शव को जयपुर-दिल्ली रोड पर एक निजी चिकित्सा संस्थान में ले गए। यहां भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शव के पोस्टमार्टम के लिए परिजनों से समझाइश करते रहे।
उधर रेगर महासभा सहित भीम आर्मी और अन्य बहुजन संगठनों से जुड़े लोग भी निजी चिकित्सा संस्थान में पहुंच कर प्रदर्शन करने लगे। परिसर में प्रदर्शन पर प्रतिबंध की बात को लेकर चिकित्सा संस्थान प्रबंधन और प्रदर्शनकारियों के बीच गहमा गहमी के बाद संस्था परिसर के बाहर लोग धरने पर बैठ गए।
भीम आर्मी प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय कमेटी सदस्य अनिल घेनवाल ने बताया कि इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ दिन भर कई दौर की वार्ता चली, लेकिन बार बार वार्ता विफल रही। परिजन आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही शव के पोस्टमार्टम की जिद पर अड़े रहे।
रैगर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामावतार कुलदीप ने द मूकनायक को बताया कि मंगलवार आधी रात को विधायक इंदर सिंह गुर्जर धरना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखा। इसके बाद बुधवार तड़के तीन बजे विभिन्न मांगों पर सहमति बनी।
सरपंच रामनिवास ने बताया कि समझौता वार्ता में तय हुआ कि विराटनगर विधायक इंदर सिंह गुर्जर मृतक प्रहलाद रैगर की चार बेटियों की कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई का सम्पूर्ण खर्च उठाएंगे। साथ ही सयानी होने पर चारों बेटियों की शादी का खर्च भी विधायक वहन करेंगे। सरपंच ने बताया कि विधायक ने दो लाख रुपए नकद आर्थिक मदद की बात भी कही है। विधायक इंदर सिंह गुर्जर से द मूकनायक ने सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।
इसके अलावा मुख्यमंत्री सहायता कोष से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए दिलाने, परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी, मृतक की पत्नी को प्रतिमाह पांच हजार रुपए पेंशन स्वीकृत करवाने की जिम्मेदारी भी विधायक की होगी।
इसी तरह पीड़ित परिवार को कानूनी संरक्षण और सुरक्षा मुहैया कराने, क्षेत्र में एससी/एसटी के दर्ज प्रकरणों में संवेदनशीलता से कार्रवाई करते हुए निष्पक्ष जांच करने। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की राशि तत्काल स्वीकृत करवाने। एससी/एसटी नियमों के तहत मुकदमें में मृतक की पत्नी को 50 प्रतिशत प्रतिकर राशि अविलम्ब स्वीकृत कर खाते में जमा कराने पर भी प्रशासन ने लिखित आश्वासन दिया है।
उपखण्ड अधिकारी विराट नगर बजरंग स्वामी, भाबरु थानाधिकारी धर्म सिंह, प्रागपुरा एसएचओ सवाईसिंह, विराटनगर विधायक इंदर सिंह गुर्जर। मृतक के समाज से हरिनारायण मौर्य, रैगर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामावतार कुलदीप, दयानन्द कुलदीप, सुखदेव अटल, जोधाराम चांदोलिया, पीड़ित परिवार की ओर से फूल चंद, सरपंच रामनिवास, प्रभुदयाल रामपुरा, जागीर, महेंद्र चांदोलिया, जिला परिषद सदस्य तेजपाल, एनआर मनोहर, मुकेश व मांगीलाल आदि शामिल रहे।
भाबरु थानाधिकारी धर्मसिंह ने बताया कि कुछ मांगो पर सहमति के बाद पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। शव का अंतिम संस्कार हो गया, अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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