घटियापन यहीं नहीं रुका, आरोपियों ने कटा हुआ हाथ छिपा दिया, पुलिस ने ढूंढा तो 2 घंटे बाद मिला
रीवा। एक इनसान की दूसरे इनसान के लिए इतनी घृणा और असंवेदनशीलता शायद किसी जानवर में भी नहीं देखी जा सकती। वर्षों से चली आ रही जाति व्यवस्था का घिनौना रूप आए दिन हमारे सामने आता रहता है लेकिन कई बार कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिसे देख सुनकर दिमाग सन्न हो जाता है।
मध्यप्रदेश (MP News) के रीवा (Reeva News) क्षेत्र से ऐसी ही एक घटना सामने आ रही है। रीवा के सिरमौर थाना क्षेत्र के अंदर आने वाले पड़री गांव में एक घर में काम करने वाले मजदूर अशोक साकेत ने जब अपनी मजदूरी मांगी तो मालिक गणेश मिश्रा (Ganesh Mishra) और राघवेन्द्र मिश्रा ने उसके हाथ ही काट दिए। इसके बाद घायल अवस्था में मजदूर को संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपी यहीं नहीं रुके। उन्होंने अशोक का कटा हुआ हाथ छिपा दिया। पुलिस ने 2 घंटे ढूंढा तो हाथ मिला। पुलिस ने कटा हुआ हाथ अस्पताल पहुंचा दिया।
डॉक्टरों ने जांचकर बताया कि ख़ून बहुत बह चुका है इसलिए अशोक की हालत बेहद गम्भीर है। मामले की जांच भी जारी है।
इस ख़बर को गोदी मीडिया ने न ही दिखाया और न ही प्रकाशित किया। ईटीवी ने इस पर ख़बर की है। इस ख़बर में पुलिस अधिकारी का बयान भी शामिल है। इसके साथ ही ट्विटर पर बहुजन समाज के सदस्यों ने ये ख़बर शेयर की है। पूरे ट्विटर पर इस ख़बर की वजह से काफी आक्रोश है।
देखिए सुशील शिंदे के ट्वीट-
यूट्यूब पर भी कई साथियों ने घटना के बाद का विडियो शेयर किया है-
SC/ST ACT में दर्ज हुई एफआईआर-
सगे भाई ने सुनाई पूरी दास्तान-
रीवा के ही एडवोकेट अमित कर्नल की मदद से मूकनायक की टीम को अशोक के सगे भाई का नम्बर मिला। अशोक साकेत के सगे बड़े भाई शिवकुमार साकेत ने द मूकनायक के साथ पूरी बात साझा की। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे अशोक घर से कहकर निकले कि उन्हें गणेश मिश्रा ने मजदूरी देने के लिए बुलाया है। अशोक अपने साथ एक दोस्त को भी ले गए थे। जब अशोक वहां पहुंचे तो गणेश मिश्रा ने अशोक को गालियां दीं। शिवकुमार के मुताबिक अशोक से गणेश मिश्रा ने कहा, 'तुम साले चमार, तुम्हारा कोई पैसा नहीं है यहां, भागो यहां से'। इसपर जब अशोक ने अपनी मजदूरी देने की ज़िद की तो गणेश अपने घर के अंदर से तलवार निकाल लाया। गणेश ने अशोक की गर्दन पर वार किया। अशोक ने बचने के लिए हाथ आगे किया तो उसका हाथ कटकर गिर गया। एक कान भी कटा है और गर्दन पर गहरा घाव है। इसके बाद लहुलुहान हालत में अशोक के साथ गए दोस्त ने उसे गाड़ी पर बैठाया और सिरमौर ले आए। यहां उनकी मरहम पट्टी की गई लेकिन हालत गम्भीर होने की वजह से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां अब तक उन्हें 4 बोतल खून चढ़ चुका है। हालत गम्भीर है।
शिवकुमार बताते हैं कि पिता की मौत अभी 4 महीने पहले ही हुई है। अशोक के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें ख़बर मिली है कि गणेश मिश्रा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। काम करने के बाद ये सुलूक कहां का न्याय है।
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