भोपाल। मध्य प्रदेश के चर्चित बरोदिया नोनागिर दलित हत्याकांड मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग उठ रही है। कांग्रेस ने यह मांग सरकार से की है। वहीं बुधवार सुबह सीएम डॉ. मोहन यादव, बरोदिया नोनागिर गांव में मृतिका अंजना अहिरवार के परिवार से मिलने पहुंचे। सीएम ने परिवार की सुरक्षा और आरोपियों को जल्दी से जल्द सख्त सजा दिलाने की बात कही है। साथ ही गांव में पुलिस चौकी खोलने के निर्देश दिए। इसके बाद सीएम अंजना के चाचा राजेंद्र के परिवार से मिले।
सीएम ने मृतक राजेंद्र अहिरवार के परिवार को 8,25,000 रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है। इसमें से आधी राशि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर बैंक खाते में जमा की जाएगी। बाकी आधी राशि चालान पेश होने के बाद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गांव में पुलिस चौकी भी खोली जाएगी, ताकि दोबारा कोई घटना न हो।
पूर्व मंत्री और खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह को साथ ले जाने पर कांग्रेस ने ऐतराज जताया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के साथ भूपेंद्र सिंह का फोटो ट्वीट कर लिखा, हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता इस फोटो में है। मुख्यमंत्री जी पीड़ित परिवार को साथ देने गए थे या डराने।
इससे पहले मंगलवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। यहां उन्होंने परिवार की फोन पर राहुल गांधी से बात कराई थी। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने घटना की सीबीआई जांच और परिवार को 50 लाख की सहायता देने की मांग की है। इधर, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी सीबीआई जांच की मांग की है।
सागर जिले के बरोदिया नौनागिर गांव के दलित परिवार की लड़की अंजना ने साल 2019 में गाँव के ही कुछ लोगों पर छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। इसी मामले में समझौते का दबाव बना रहे आरोपी 24 अगस्त को इस पीड़ित लड़की के घर पहुंचे। माफीनामे की बातचीत पर एक राय नहीं बनी तो आरोपी विक्रम सिंह ठाकुर, कोमल सिंह ठाकुर, आजाद सिंह ठाकुर और कुछ अन्य लोगों ने पहले दलित के घर पर तोड़फोड़ की। फिर, वहां से लौटते वक्त रास्ते में पीड़ित युवती के भाई नितिन अहिरवार को आरोपियों ने मिलकर बेरहमी से पीटा।
नितिन के साथ मारपीट की जानकारी मिलते ही मां दौड़ते हुए वहां पहुंची और अपने बेटे को बचाने की कोशिश करने लगी, आरोपियों ने पीड़ित की माँ को भी पीटा और उसके कपड़े उतार कर निर्वस्त्र कर दिया। पिटाई के कारण बदहवास स्थति में दलित युवक को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने के कारण नितिन को सागर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
उस समय द मूकनायक को मृतक बहन ने बताया था कि 2019 में आरोपियों द्वारा मुझे परेशन किया गया था। हमने न्याय के लिए जब शिकायत दर्ज कराई तब मेरे भाई को मार डाला। बहन ने कहा कि मेरे भाई को गाँव के बाजार में आरोपी लाठी डंडों से पीटते रहे वह जमीन पर गिर पड़ा। तब भी वह पीटते रहे मेरी माँ जब भाई को बचाने पहुचीं तो उसे भी पीटा गया, माँ के कपड़े उतारे गए उसे निर्वस्त्र कर दिया गया। मृतक की बहन ने कहा था, "हर हाल में न्याय लेकर रहेंगे।"
पिछले साल इस घटना के पीड़ितों को न्याय दिलाने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बरोदिया नोनगिर आए थे। उस समय अंजना और उसकी मां से दिग्विजय सिंह ने राखी बंधवाई। उस समय दिग्गी बोले थे में भाई और मामा का फर्ज निभाऊंगा। आप लोगों को न्याय दिलवाकर ही दम लूंगा। आज से यह मेरा परिवार है।
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