भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने गुरुवार को रीवा में पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदेश में दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों और रीवा जिले में एक दलित महिला से हुए दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। अहिरवार ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है और दलित समाज के प्रति अत्याचारों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
विरोध प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य रीवा जिले में एक महिला से हुए दुष्कर्म के आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करना था। अहिरवार ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन इस मामले में गंभीरता से काम नहीं कर रहा है और पीड़िता को न्याय दिलाने में लापरवाही बरत रहा है। उन्होंने कहा, “यह दलित समाज के साथ हो रहे अन्याय की बानगी है। जब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे।”
अहिरवार ने भाजपा शासित मध्य प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में दलित और आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, "सीधी जिले में आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब की जाती है, सिंगरौली में भाजपा नेता द्वारा गोली मारी जाती है और ट्रैक्टर चढ़ाकर हत्या कर दी जाती है। इन घटनाओं से साफ है कि प्रदेश में जंगलराज आ चुका है।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दलितों को कपड़े उतारकर पीटा जा रहा है, और छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं तक के साथ दुष्कर्म जैसी घृणित घटनाएं हो रही हैं। पुलिस का भय लोगों के दिलों से खत्म हो चुका है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।"
प्रदीप अहिरवार ने भाजपा की सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार का 'अमृत काल' वास्तव में दलितों और आदिवासियों के लिए भय और अत्याचार का काल साबित हो रहा है। "सरकार की नीतियां और प्रशासनिक विफलताएं दलित समाज के लिए असहनीय स्थिति पैदा कर रही हैं। ऐसे में दलित समाज को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरना जरूरी हो गया है," उन्होंने कहा।
इस घेराव में बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति समाज के लोग शामिल हुए, जिन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने रीवा पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय (आईजी ऑफिस) के सामने बैठकर आरोपी की गिरफ्तारी और दलित समाज के प्रति हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार नहीं किया गया और दलित समाज को न्याय नहीं मिला, तो उनका यह आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रदीप अहिरवार ने पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल साबित हो रही है, जिससे प्रदेश में अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक से आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल एससी कांग्रेस के कार्यकर्त्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए मांग की यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे प्रदेश भर में आंदोलन को और तेज करेंगे। प्रर्दशनकारियों ने प्रशासन से कहा कि दलित समाज के अधिकारों और सुरक्षा के लिए वे हर संभव कदम उठाने को तैयार हैं।
प्रदीप अहिरवार ने प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता जताई और कहा कि प्रदेश सरकार अपराधियों को खुली छूट दे रही है। उन्होंने कहा, "छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार मूकदर्शक बने हुए हैं। ऐसे में जनता को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।"
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