मध्यप्रदेश: नीमच शासकीय कॉलेज प्राचार्या पर दलित प्राध्यापक को जातिसूचक गालियां देने का आरोप

कॉलेज प्राचार्या पर दलित प्राध्यापक को जातिसूचक गालियां देने का आरोप
कॉलेज प्राचार्या पर दलित प्राध्यापक को जातिसूचक गालियां देने का आरोप
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नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच में एक शासकीय कॉलेज की प्राचार्या द्वारा अपने ही स्टाफ को मानसिकरूप से प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। इस पूरे मामले की शिकायत अजाक थाने में की गई है।

दरअसल मामला नीमच के शासकीय महाविद्यालय जीरन का है, जहाँ की प्राचार्या डॉ. दीपा कुमावत पर उनके ही महाविद्यालय के स्टाफ ने जातिगत मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। महाविद्यालय के प्राध्यापक/अथिति विद्वानों ने लिखित शिकायती पत्र अजाक पुलिस थाने में दिया है। शिकायत में उल्लेखित है कि, प्राचार्य डॉ. दीपा कुमावत अपने स्टाफ को जातिसूचक गालियां देती हैं।

द मूकनायक से बात करते हुए पीड़ित सहायक प्राध्यापक दिव्या खरारे ने बताया कि, उनके महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. दीपा कुमावत ने उन्हें और उनके पूरे स्टाफ को परेशान कर रखा है। प्राचार्या हर बात में उनकी जाति को बीच में ले आती हैं। वह कहती हैं कि 'तुम चमार हो तुम्हें तो झाड़ू लगाना चाहिए तुम्हें नौकरी किसने दी! तुम चपरासी बनने के लायक हो।'

कॉलेज प्राचार्य पर लगाये गए आरोपों के संबंध में द मूकनायक नें डॉ. दीपा कुमावत से बात करने के लिए फोन किया तो उन्होंने फोन काट दिया।

आजाद समाज पार्टी ने की प्राचार्या पर कार्यवाही की मांग

इस मामले में आजाद समाज पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, सुनील अस्तेय ने द मूकनायक को बताया कि, "प्राचार्या के खिलाफ भीम आर्मी के कार्यकर्ता नीमच एसपी और कलेक्टर से बात कर रहे हैं। नीमच महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. दीपा कुमावत जातिवाद मानसिकता से ग्रसित हैं।"

इस मामले में द मूकनायक ने नीमच के पुलिस अधीक्षक से बातचीत की। एसपी मनोज कुमार राय ने कहा कि, "महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने अजाक थाने में शिकायत की है और उसके साथ कुछ रिकॉर्डिंग भी दी है। अभी हमने रिकॉर्डिग नही सुनी है। फरियादी एट्रोसिटी मामला दर्ज करने की मांग कर रहे है। जांच के निर्देश दिए है, जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी।"

बाद में जानकारी मिली कि, मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद पीड़िता की शिकायत पर प्राचार्या के खिलाफ एट्रोसिटी का मामला दर्ज कर लिया है।

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