मध्य प्रदेश। टीकमगढ़ जिले के बगाज माता मंदिर में मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दलित आदिवासियों और भूमिहीन को आवास के लिए चार जनवरी 2023 को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करके मध्यप्रदेश में आवासीय पट्टे देने प्रदेश में देने की योजना का शुभारंभ किया था। इसका शुभारंभ उन्होंने टीकमगढ़ जिले के बगाज माता मंदिर पर चर्चा किया था। लेकिन 20 महीने गुजर जाने के बाद भी उन दलित आदिवासियों को न तो जमीन पर कब्जा मिला और न ही वह आवासीय प्लाट मिल सका। अब आदिवासी दलित मुख्यमंत्री के हाथों दिए गए पट्टों को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
टीकमगढ़ की ग्राम पंचायत केशवगढ़ में 64 लोगों को प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने हाथों से वितरित किए थे। टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में 10,000 लोगों को आवासीय पट्टे दिए गए थे, जिसमें कुछ लोगों को मंच से मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने हाथों से वितरण किया था। लेकिन यह पट्टी व्यक्तियों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केशवगढ़ ग्राम पंचायत की रहने वाले ने बताया कि उन्हें चार जनवरी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने हाथ से पट्टा दिया था। लेकिन आज जमीन नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि संबंध में वह मोहनगढ़ तहसीलदार और जतारा एसडीएम के साथ टीकमगढ़ कलेक्टर को कई बार आवेदन दे चुके हैं। जमीन पर गांव के दबंग का कब्जा है, लेकिन प्रशासन 20 महीने गुजर जाने के बाद भी उसे अतिक्रमण को नहीं हटाया गया है।
अपने आवास इसी तरह गांव के रहने वाले देवेंद्र बताते हैं कि वह चार जनवरी को जिला प्रशासन के अधिकारियों के कहने पर बगाज माता मंदिर पहुंचे थे। जहां पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुझे आवासीय पट्टा दिया था, लेकिन कब्जा आज तक नहीं मिला है। टीकमगढ़ कलेक्टर अवधेश शर्मा ने कहा कि आपने यह मामला संज्ञान में लाया है। निश्चित ही हम जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर पट्टे वालों को देंगे।
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