क्यों दलितों को कानून और संवैधानिक अधिकारों की शिक्षा दे रहा है यह संगठन, जानिए

राजस्थान के अलवर में दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन समिति ने शुरू की है महती परियोजना, समाज में कानूनी जागरूकता के लिए कर रहे काम.
क्यों दलितों को कानून और संवैधानिक अधिकारों की शिक्षा दे रहा है यह संगठन, जानिए
Published on

जयपुर। राजस्थान के अलवर जिले में दलित अधिकार केंद्र संगठन व दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन समिति से जुड़े लोग दलित समाज के लोगों को कानून व संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इसी क्रम में दलित अधिकार केंद्र संगठन अलवर व दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन समिति के संयुक्त तत्वाधान में जिले के कठूमर व टिगरिया गांवों में जन जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक उत्थान की योजनाओं पर विशेषज्ञों ने विस्तार से जानकारी दी।

इस दौरान दलित अधिक केन्द्र अलवर के जिला समन्वयक एडवोकेट शैलेष गौतम ने बताया कि उनके द्वारा इस तरह के जागरूकता आधारित शिविरों को लगातार आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में आने वाले दलित, मजदूर, महिला व पिछड़े वर्ग के लोगों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाती है। इसी तरह दलित व महिलाओं के अधिकारों व कानून से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की जाती है।

गौतम कहते हैं कि राज्य सरकार द्वारा दलित व महिलाओं के लिए अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति डवलपमेंट फंड अधिनियम 2022 के अन्तर्गत इस वर्ष एक हजार करोड़ रुपए की घोषणा की गई है, लेकिन गांव में बसे पिछड़े तबके के लोगों को इन योजनाओं व कानूनों की जानकारी नहीं है। हम सामूहिक प्रयासों से अनभिज्ञ लोगों को जागरूक कर रहे हैं। ताकि सरकारी राशि जरूरतमन्दों के काम आ सकें।

क्यों दलितों को कानून और संवैधानिक अधिकारों की शिक्षा दे रहा है यह संगठन, जानिए
राजस्थान: धड़ल्ले से बिक रहा है 10 साल पहले बैन हुआ एंडोसल्फान!

उन्होंने कहा कि सख्त कानून होने के बावजूद भी दलित व महिलाओं पर आए दिन अत्याचारों में बढ़ोतरी हो रही है। साथ ही आरोप लगाया कि सरकार व प्रशासन की लापरवाही के कारण एससी/एसटी एक्ट, महिला शोषण, लिंग भेदभाव, घरेलू हिंसा, लैंगिक शोषण व उत्पीड़न के मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है, जिसके कारण अपराधियों में कानून व प्रशासन का खौफ नहीं है। सख्ती नहीं होने से अपराधियों के हौसले बुलन्द होते जा रहे हैं। दलित अधिकार केंद्र व दलित आर्थिक आंदोलन समिति भी गांव-गांव जाकर अत्याचारों व शोषण के विरुद्ध लोगों को शिक्षित व जागरूक करने का काम कर रही है।

क्यों दलितों को कानून और संवैधानिक अधिकारों की शिक्षा दे रहा है यह संगठन, जानिए
राजस्थान: गांव के सरकारी स्कूल को प्राइवेट स्कूल की तरह चमकाने के लिए आदिवासी किसानों ने किया ये काम..

इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता जसविंदर सिंह ने मनरेगा, विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, निशक्तजन पेंशन, विशेष योग्यजन पेंशन योजना सहयोग व पुनर्विवाह योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, निर्माण श्रमिक सुलभ्य आवास योजना, कौशल विकास योजना, हिताधिकारी की मृत्यु पर सहायता इत्यादि योजनाओं के बारे में जानकारी दी। सामाजिक कार्यकर्ता राजू कुमार ने उत्तर मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, पालनहार योजना सहित अनुजा निगम की स्वरोजगार ऋण योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कार्यक्रम में जसविंदर सिंह, राजू जाटव, कृष्णा वर्मा, दीपचन्द व राधा उपस्थित थे।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com