कर्नाटक: दलित महिला ने बनाया मिड-डे मील का खाना, स्कूल के छात्रों ने खाने से किया मना

गांव के दलित कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि स्कूल विकास और निगरानी समिति (एसडीएमसी) के अध्यक्ष और सदस्यों के बच्चे अलग-अलग लंच बॉक्स लेकर आए थे क्योंकि खाना बनाने वाली महिला अछूत समुदाय से थी।
सांकेतिक तस्वीर
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तुमकुरु। कर्नाटक के तुमकुरु जिले से बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सिरा तालुक के एक सरकारी स्कूल में कुछ बच्चों ने मिड डे मील भोजन का बहिष्कार कर दिया। वजह केवल यह है कि ये खाना एक दलित महिला द्वारा तैयार किया गया था।

कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आरोप लगाते हुए कहा कि नरगोंडानहल्ली के एक सरकारी स्कूल में कुछ बच्चों ने कथित तौर पर भोजन करने से इनकार कर दिया। हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस आरोप को खारिज कर दिया।

लंच बॉक्स लेकर आए बच्चे

पीटीआई के हवाले से दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार गांव के दलित कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि स्कूल विकास और निगरानी समिति के अध्यक्ष और सदस्यों के बच्चे अलग-अलग लंच बॉक्स लेकर आए थे, क्योंकि 'खाना बनाने वाली महिला दलित समाज से थे।'

जल्द ही, खंड शिक्षा अधिकारी सहायक निदेशक (मिड-डे-मील) के साथ स्कूल पहुंचे और घटना के पीछे का कारण पूछा। मिड डे मील कार्यक्रम के प्रभारी के अनुसार पांच बच्चों ने छात्रों को दिया जाने वाला मुफ्त भोजन खाने से इनकार कर दिया था।

अधिकारियों ने दिया अलग कारण

अधिकारी ने कहा, 'हमने माता-पिता और शिक्षकों से उन पांच बच्चों के बारे में जानकारी एकत्र की, जिन्हें स्कूल में भोजन नहीं मील रहा था। जब हमने कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि खाना खाने के बाद बच्चों को मतली हो रही थी। जाति.आधारित भेदभाव जैसी कोई बात नहीं है।' उन्होंने अभिभावकों' शिक्षकों और छात्रों के हवाले से कहा कि वे स्कूल अधिकारियों द्वारा मध्याह्न भोजन परोसे जाने के पक्ष में हैं।

सभी ने मिलकर खाया खाना

मधुगिरि तालुक के खंड शिक्षा अधिकारी मंजूनाथ, जिनके अधिकार क्षेत्र में यह क्षेत्र आता है ने कहा कि अधिकारियों के घटनास्थल का दौरा करने के बाद सभी ने एक साथ दोपहर का भोजन किया। मंजूनाथ ने कहा- 'स्कूल में परोसे जाने वाले भोजन से एलर्जी वाले एक व्यक्ति को छोड़कर सभी ने एक साथ दोपहर का भोजन किया।'

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