रिपोर्ट- अब्दुल माहिर
राजस्थान। जालौर के सुराणा के निजी स्कूल में मटकी से पानी पीने की बात पर शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत के विरोध की चिंगारी राजस्थान के बड़े शहरों से निकल कर अब प्रदेश भर के कस्बो व गांव तथा गलियों तक में सुलगने लगी है। दलित छात्र इंद्र मेघवाल की हत्या के बाद से ही आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा के साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इनमे सामाजिक संगठनों के साथ ही अब शिक्षक संगठन व छात्र संगठनों से जुड़े लोग जातीय मानसिकता वाले निजी विद्यालय के शिक्षक की फांसी की सजा पर अड़े हैं। मंगलवार को सवाईमाधोपुर जिला मुख्यालय पर आक्रोशित लोगों ने सड़क पर उतर कर कोटा – लालसोट मेगा हाइवे जाम कर कलक्ट्रेट के सामने धरना दिया। उधर उपखण्ड मलारना डूंगर में भी विरोध प्रदर्श हुआ।
सवाई माधोपुर में भीम आर्मी एंव किसान सभा सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा कलेक्ट्रेट के समक्ष जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के समक्ष मेगा हाईवे पर जाम लगा दिया। कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए। जिससे काफी देर तक मेगा हाइवे पर आवागमन बाधित रहा।
प्रदर्शन के दौरान विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला भी फूंका गया। विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन के माध्यम से मृतक छात्र के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने सहित मृतक छात्र के एक परिजन को सरकारी नौकरी देने तथा आरोपी शिक्षक को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की है। इसी तरह मलारना डूंगर उपखण्ड मुख्यालय पर राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर, डॉ. अम्बेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया व डॉ. अम्बेडकर अनुसूचित अधिकारी – कर्मचारी एसोशिएशन राजस्थान के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन कर सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.