नई दिल्ली। पुडुचेरी में एक 9 साल की नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आया है। कुछ दिन पहले लापता हुई नौ वर्षीय बच्ची का शव केंद्र शासित प्रदेश के मुथियालपेट ब्लॉक में उसके घर के पास एक नाले से बरामद किया गया।
पुडुचेरी पुलिस ने कहा कि इस जघन्य अपराध के सिलसिले में दो व्यक्तियों विवेकानंदन (56) और करुणास (19) को गिरफ्तार किया गया और कुछ अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अपराध में और लोग शामिल थे या नहीं, इसकी जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है।
गृह मंत्री ए नमस्सिवयम ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर POCSO, SC/ST अधिनियम और हत्या और अपहरण के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार 5 मार्च को, बच्ची की जघन्य हत्या का मामला तब सामने आया जब उसके माता-पिता द्वारा उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के 72 घंटे बाद उसका आंशिक रूप से विघटित शव उसके घर के पास एक नाले में पाया गया। बच्ची के माता-पिता ने 2 मार्च को उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और मुथियालपेट पुलिस ने पूरे इलाके से सीसीटीवी फुटेज हासिल किए। हालाँकि, उन्हें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि लड़की इलाके से कहीं बाहर गई थी।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी ने बच्ची का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया। आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि यौन उत्पीड़न के दौरान बच्ची की हत्या कर दी गई थी। आगे इस पर अभी जांच चल रही है।
बता दें मुथियालपेट के एक सरकारी स्कूल में पांचवीं कक्षा की छात्रा 2 मार्च की शाम को लापता हो गई, जिसके बाद उसके माता-पिता ने विभिन्न स्थानों पर उसकी तलाश करने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने लड़की का पता लगाने के लिए खोजबीन शुरू की।
दो दिन के तलाशी अभियान के बाद, कुछ पड़ोसियों और पुलिस को बच्ची का शव उसके घर से महज कुछ मीटर की दूरी पर एक नाले के अंदर बेडशीट जैसी सामग्री में लिपटा हुआ मिला। उसके हाथ-पैर रस्सियों से बंधे हुए पाए गए। शव की खोज के बाद पूरे पुडुचेरी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ और मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी के इस्तीफे की मांग की गई।
रिपोर्ट के मुताबिक़ शुरुआत में, उसके माता-पिता ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक बच्ची का शव लेने से इनकार कर दिया था। पोस्टमॉर्टम जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) में किया गया था। 7 मार्च को सुबह करीब 9:00 बजे पुलिस सुरक्षा के साथ परिवार द्वारा लड़की का अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं, बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। जब यह बात सामने आई कि एक नौ वर्षीय लड़की, जिसका क्षत-विक्षत शव पिछले दिन उसके घर के पास एक नाले से बरामद किया गया था और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था तो लोगों का ग़ुस्सा फुट पड़ा।
कक्षा 5 की स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार-हत्या की घटना से पूरे देश में आक्रोश फैल गया। इस घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विरोध प्रकट करते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, “पुडुचेरी में 9 साल की बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। आखिर देश में बेटियों के खिलाफ अपराध की घटनाएं लगातार क्यों बढ़ रही हैं? अकेले 2022 में महिलाओं के खिलाफ 4.5 लाख आपराधिक घटनाएं हुईं, जिनमें से 31 हजार मामले केवल बलात्कार के थे।”
आगे उन्होंने लिखा, “चाहे वह उत्तराखंड में सड़क पर बैठा अंकिता भंडारी का परिवार हो, या वह पति जिसने मध्य प्रदेश में अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार के लिए न्याय न मिलने पर अपने बच्चों के साथ फांसी लगा ली, या वह स्पेनिश पर्यटक जो झारखंड में सामूहिक बलात्कार का शिकार हो गई। ऐसी हर घटना एक असंवेदनशील व्यवस्था और क्रूर समाज का प्रतिबिंब है, जो एक राष्ट्र के रूप में हमारे लिए आत्मनिरीक्षण का विषय है। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान ही एक विकसित राष्ट्र की पहचान है।”
वहीं, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने लड़की के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ जल्द ही आरोप पत्र दायर किया जाएगा और अभियोजन पक्ष यह सुनिश्चित करेगा कि आरोपियों को अदालत द्वारा अधिकतम सजा दी जाए।
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