'अपने बच्चों के साथ मर जाऊंगी....!'

दलित महिला की पिटाई के मामले में मदद नहीं कर रही पुलिस, महिला बोली तीन बच्चों के साथ आत्महत्या करने के अलावा कुछ नहीं बचा
'अपने बच्चों के साथ मर जाऊंगी....!'
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उत्तर प्रदेश। गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र में एक दलित महिला के हाथ से मात्र पानी की छींटे पड़ जाने पर उसकी बर्बरता से पिटाई कर दी गई। इस मामले में महिला ने लिखित रूप से क्षेत्रीय थाने में शिकायत की। महिला का आरोप है पुलिस इस मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सीमा विवाद में फंसी हुई है और एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। इस मामले में महिला ने पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर तीन बच्चों के साथ आत्महत्या करने की बात कही है।  वहीं इस मामले में द मूकनायक प्रतिनिधि ने थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर से बात की। लोनी बॉर्डर द्वारा बताया गया-'महिला थाने की घटना सेवाधाम चौकी की बता रही है। चौकी प्रभारी अशोक से जांच कराई गई तो जानकारी हुई कि फैक्ट्री से सम्बंधित जितना भी दस्तावेज है वह दिल्ली से सम्बंधित है। महिला ने बताया इस मामले पूर्वोत्तर दिल्ली के थाना प्रभारी ने भी मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई और महिला को पुनः लोनी बॉर्डर भेज दिया।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के गाजियाबाद में लोनी क्षेत्र पड़ता है। लोनी क्षेत्र में रेखा विहार कॉलोनी है। इसी राधा कॉलोनी में रेखा रहती हैं। रेखा ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "मैं गाजियाबाद के प्रतापनगर में मौजूद एक फैक्ट्री में लेबर का काम करती हूँ। घटना 3 सितंबर की है। फैक्ट्री की पहली मंजिल पर कमरे बने हुए हैं। इनमें विद्या शर्मा, मोनी एवं शीतल रहती हैं। मैं दोपहर बाथरूम गई थी। मैं बाथरूम से हाथ धोकर निकल रही थी तो इसी बीच शीतल आ गई। उसके ऊपर कुछ पानी के छींटे पड़ गई।"

रेखा आगे बताती हैं, "बस इस बात को लेकर शीतल ने मुझे जातिसूचक गाली दी। उसके द्वारा इस प्रकार गाली देने पर मैंने इसका विरोध किया। इस बीच विद्या शर्मा, शीतल एवं मोनी दोबारा से गंदी-गंदी गालियाँ दी। मैंने इसका विरोध किया तो मुझे बाथरूम के पास मारा। मैं किसी तरह जान बचाकर भागी। इसके बाद मैं जान बचाकर नीचे आई तो उपरोक्त विद्या शर्मा, मोनी, शीतल, धर्मेन्द्रा एवं निशान्त ने मिलकर मुझे घेर लिया और लाठी डंडो से बहुत बुरी तरीके से मारा पीटा जिससे मुझे काफी चोटें आई जिससे मेरे सीधे हाथ में गंभीर चोटे आई।"

रेखा ने बताया, "झगड़े के दौरान उन लोगों ने मेरे कानों के टॉप्स व गले की सोने की चैन छीन ली। मैंने 112 नम्बर पर कॉल की और इसी बीच पुलिस का दुपहिया वाहन मौके पर आये। पुलिस के कहने पर मेरा भाई देवेन्द्र मुझे अस्पताल लेकर गया और मेरा मेडिकल कराया।"

रेखा का आरोप है, "घटना जिस स्थान पर हुई उसका क्षेत्राधिकार विवादित है। मेरी अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इस कारण आरोपी मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।"

क्या कहते हैं पुलिस अफसर?

इस मामले में थाना प्रभारी लोनी ने बताया, "महिला थाने की घटना सेवाधाम चौकी की बता रही है। चौकी प्रभारी अशोक से जांच कराई गई तो जानकारी हुई कि फैक्ट्री से सम्बंधित जितना भी दस्तावेज है वह दिल्ली से सम्बंधित है।  इस मामले हर्ष विहार के थाने के प्रभारी का कहना है कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन महिला जब हर्ष विहार थाने पहुंची तो महिला को थाने से टरका दिया गया।"

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

इस मामले में पुलिस में सेवा दे चुके वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है, "पुलिस यदि चाहे तो मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर केस ट्रांसफर कर सकती है।"

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