उत्तर प्रदेश। यूपी के बिजनौर जिले में होली में रंग खेलने के दौरान कथित तौर पर उच्च जाति के लोगों ने दलितों को जातिसूचक शब्द कहते हुए पिटाई कर दी। इस दौरान जमकर बवाल और पथराव हुआ। इस घटना के दौरान हुई मारपीट में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दलित पक्ष की ओर से 10 जबकि दूसरे पक्ष की ओर से 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस 48 घण्टे में सिर्फ एक युवक को ही गिरफ्तार कर सकी है। इस मामले में बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नाराजगी जाहिर की है।
दरअसल, पूरा मामला बिजनौर जिले के नजीबाबाद के मुख्तियारपुर गांव का है। यह घटना बाबूराम के साथ हुई। बाबूराम ने इस मामले में सर्वप्रथम पुलिस से शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराई। द मूकनायक ने बाबूराम से सम्पर्क किया। बाबूराम ने द मूकनायक को बताया- “मैं नजीबाबाद के मुख्तारपुर के हकीपुर दिसौन्दी का रहने वाला हूँ। यह घटना 25 मार्च को करीब 12:00 बजे दोपहर की है। हम सब रंग खेल रहे थे।“
बाबू राम बताते हैं, “इस दौरान पुरानी रंजिश को लेकर मेरे गांव के पंकज कुमार पुत्र धर्मेन्द्र सिंह, आलोक कुमार पुत्र नरेश सिंह, राजन उर्फ टिंकू पुत्र नरेश सिंह, उज्जवल पुत्र उमेश कुमार, डिम्पल पुत्र सुरेश सिंह, भूपेश सिंह पुत्र जयपाल सिंह, तरूण कुमार पुत्र भूपेश सिंह, आकाश पुत्र उमेश सिंह, योगेश पुत्र जयपाल सिंह व पदारथपुर में रहने वाले विपिन पुत्र पासीराम पदारथपुर ने हम पर हमला कर दिया। उन्होंने हमें जातिसूचक गालियां दी और खतरनाक हथियारों से जान से मारने की नियत से मारपीट करना शुरू कर दिया।"
"हमारे शोर मचाने पर गाँव के रहने वाले शुभम पुत्र कुमर सिंह अतुल पुत्र हितेश नीरज पुत्र दौलत राम मगन पुत्र मुरली सिंह, अन पुत्र मगन सिंह, कुनाल पुत्र मगन सिंह, पवन पुत्र धर्मपाल सिंह व बिटटू पुत्र उदेश कुमार मदद के लिए आये। इस दौरान आरोपियों ने सबके साथ तलवार, पाठल, सरिया, दराती व गड़ासे से मारपीट की। इस घटना में मेरे पुत्र प्रदीप व सोनू के साथ-साथ सभी अन्य को भी गम्भीर चोटें आई है।"
पुलिस के मुताबिक, "होली पर डांस करने को लेकर लोगों के बीच हुए संघर्ष में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। कई लोगों को गम्भीर चोटें आई हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। नजीबाबाद के गांव मुख्तारपुर में 25 मार्च को रंग खेलने के दौरान गांव में एक घर के बाहर स्पीकर बॉक्स बज रहा था, जिस पर कुछ युवा डांस कर रहे थे। इस दौरान डांस करते हुए दलित पक्ष का एक लड़का भी वहां पहुंच गया। तभी गाने को लेकर विवाद हो गया। पहले दोनों पक्षों के युवकों को वहां से समझा कर भेज दिया गया लेकिन बाद में फिर से दोनों पक्ष भिड़ गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।"
पहले इस मामले में दलित पक्ष बाबूराम की ओर से दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। फिर चौहान पक्ष की ओर से भी मुकदमा लिखवाया गया है। फिलहाल, दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है।
एसपी सिटी संजीव वाजपेई ने द मूकनायक को बताया, “इस मामले में पहले दलित पक्ष की ओर से मुकदमा लिखा गया बाद में चौहान पक्ष की ओर से, क्योंकि दोनों पक्ष से लोग घायल हुए हैं। दोनों मुकदमों में 10 से 12 लोग नामजद हैं। मामले की जांच की जा रही है।“
इस मामले में मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा, "ज़िला बिजनौर में नजीबाबाद के मुख्तियारपुर गांव में सामंती तत्वों द्वारा दलित परिवारों पर प्राणघातक हमले में अनेक लोगों के घायल होने की घटना गंभीर व अति-दुःखद। सरकार एससी/एसटी एक्ट के तहत दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि चुनावी माहौल न बिगड़े। चुनाव आयोग भी इसका संज्ञान ले।"
इस मामले में जांच कर रहे अधिकारी और क्षेत्र के डीएसपी नजीबाबाद देश दीपक सिंह ने बताया, "इस मामले में एक आरोपी योगेश चौहान की गिरफ्तारी हुई है। अन्य लोगों की तलाश जारी है।" गौरतलब है कि दलितों पर हुए इस हमले में कुल 6 लोगों को गम्भीर चोट आई है। पीड़ित की तहरीर पर कुल 10 लोग नामजद हैं। पुलिस 48 घण्टे में सिर्फ एक युवक को ही गिरफ्तार कर सकी है।
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