उत्तर प्रदेश: अंतर्जातीय विवाह करने वाले दलित युवक की पिटाई, परिजनों पर लड़की की दूसरी शादी कराने का आरोप

दलित युवक ने आपसी सहमती से दूसरे जाति की लड़की से भागकर आर्य समाज मंदिर में शादी की. इसके बावजूद, आरोप है कि, लड़की के परिजनों ने लड़की की शादी किसी दूसरी जगह करा दी.
दलित युवक और लड़की
दलित युवक और लड़की
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उत्तर प्रदेश। गाजीपुर में एक दलित युवक को अंतर्जातीय विवाह करना उसके परिवार के लिए मुसीबत बन गया। दलित युवक और पिछड़े जाति की युवती पहले घर छोड़कर गायब हो गए। युवती के परिजनों ने एक भी एफआईआर दर्ज नहीं कराई। आरोप है कि, युवती के चाचा घर पहुंचे और गाली-गलौच की। धमकी भी दी। इस दौरान घर से भागकर गए युवक-युवती ने आर्य-समाज में जाकर शादी कर ली। युवती के परिवार वालों को जब इसकी जानकारी लगी तो वह बेइज्जत होने के डर से कुछ नहीं बोले। दोनों परिवार में आपसी सहमति से आना-जाना शुरू हो गया।

आरोप है कि अप्रैल 2022 की शुरुआत में युवती को उसके परिजनों ने भेजने से मना कर दिया। इस मामले को लेकर 30 अप्रैल को दोनों परिवार में हाथापाई हुई। आरोप है कि आरोपियों ने युवक को कमरे में बन्द करके पीटा, जिससे युवक का सिर फट गया। पिटाई के दौरान युवती के परिजन का हाथ भी टूट गया। युवक ने जान बचाने के लिए 112 पर शिकायत की। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती के परिजनों की तहरीर पर युवक के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोप है कि युवती के परिजनों ने दबाव बनाने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया और 15 दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल कर दी। साथ ही, युवती की दूसरी जगह शादी भी कर दी।

आर्य समाज मंदिर का विवाह प्रमाण पत्र
आर्य समाज मंदिर का विवाह प्रमाण पत्र

इस मामले में युवक के भाई का आरोप है कि वह न्याय के लिए लगातार अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रहा है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप है कि डीएसपी से लेकर एएसपी नगर तक गुमराह करने वाली रिपोर्ट लगा रहे हैं। जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आवेदक मुकदमे में आरोपी है इसलिए वह झूठे आरोप लगा रहा है।

यूपी में गाजीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के ददरा गांव निवासी संदीप कुमार ने द मूकनायक को बताया कि, मेरा भाई प्रदीप सिंघानियां व ज्योती यादव पुत्री दिलीप यादव निवासी महमूदपुर थाना 3 सैदपुर एक ही कोचिंग सेन्टर पर कोचिंग करने जाते थे। इस दौरान दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। 2 दिसम्बर 2021 को दोनों घर से कहीं चले गए। जिसके बाद 3 दिसम्बर ज्योति के चाचा गुड्डू हमारे घर आये और नाराज हुए। उन्होंने हमारे परिवार के साथ जातिसूचक गाली-गलौच किया। वह ज्योति यादव को वापस भेजने की बात कह रहे थे। ऐसा न होने पर उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान उन्होंने कोई भी गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई।

संदीप ने द मूकनायक को आगे बताया, "7 दिसम्बर 2021 को ज्योति यादव और मेरे भाई ने आपस में आर्य समाज मंदिर इलाहाबाद में शादी कर ली। इसके बाद वह भदोही में रहने लगे थे। ज्योति के परिवार को इसकी जानकारी हुई। बदनामी के डर से उन्होंने आपसी सुलह करने के लिए फैसला लिया।"

दोनों परिवार में आपसी सुलह से युवती का आना-जाना शुरू हुआ

संदीप आगे बताते हैं, "आपसी रजामंदी के बाद ज्योति यादव अपने मायके जा रही थी। वह हमारे घर में कुछ महीनों तक रही। हमारे परिवार की तरफ से कोई भी ज्योति को कोई रोक-टोक नहीं किया।"

संदीप ने आरोप लगाते हुए कहा, ज्योति के चाचा के कहने पर मैं उसे घर छोड़ आया था। कई बार कहने पर भी ज्योति के परिजनों ने न तो ज्योति से बात कराई न ही उसे वापस आने दिया। 30 अप्रैल 2022 को ज्योति के चाचा में मुझे और मेरे भाई को घर बुलाया। वह ज्योति को साथ में भेजने की बात कह रहे थे। मैं अपने भाई दीपक सिंघानियां के साथ 1 बजे उनके घर गया। हमारे साथ वहां मारपीट की गई। कुछ अज्ञात लोग भी वहां मौजूद थे। उन्होंने हमें अपने घर में बाँधकर दोनों भाईयो को दिलीप, गुड्डु यादव तथा दुर्गेश यादव उर्फ टिंकू, धर्मराज गोड़ पुत्र मिठाईलाल एवं घर की महिलाओं ने मारा पीटा। इस घटना में मेरे भाई का सिर फट गया। हमने 112 नम्बर पर सूचना दी। जिसके बाद दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया।

संदीप का आरोप है, "पुलिस ने हमारी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जबकि ज्योति के परिजनों की तहरीर पर 1 मई 2022 को 107, 116, 151 मे चालान कर दिया। इसके साथ ही हमारे खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया।"

आईजी-एसपी सहित सीएम पोर्टल पर दर्जनों शिकायतें

"मैंने पूरे मामले को लेकर एसपी फिर आईजी सभी को शिकायत की। हमारी कोई भी सुनवाई नहीं हुई। इस मामले में पुलिस ने 15 दिनों में ही चार्जशीट दाखिल कर दी। मैंने पूरे मामले को लेकर सीएम पोर्टल पर भी कई शिकायतें की लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस मुझे और मेरे परिवार को एकतरफा आरोपी बनाने में जुटी है", संदीप ने कहा.

इस मामले में एएसपी नगर ने अपनी जांच आख्या में बताया है कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है इसलिए बचाव एवम पेशबन्दी में झूठे आरोप लगा रहा है।

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