दलित उत्पीड़न: कानपुर में बारातियों को पीटा, गोंडा में थाली छूने पर युवक की पिटाई

थाली छूने पर दलित युवक की पिटाई
थाली छूने पर दलित युवक की पिटाई
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गोंडा में सात लोगों पर मुकदमा दर्ज, कानपुर देहात में 8 नामजद सहित कई अज्ञात पर एफआईआर

लखनऊ। यूपी में जातीय भेदभाव व उत्पीड़न के दो चौंका देने वाले मामले सामने आए हैं। गोंडा के वजीरगंज के नौबस्ता गांव में 9 दिसंबर की रात एक शादी समारोह में दावत खाने आए कुछ लोगों की भोजन की थाली एक दलित युवक ने छू ली। इससे नाराज सात लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस मामले में पीड़ित युवक की बहन ने शनिवार को थाना वजीरगंज में सात आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है, जबकि कानपुर देहात के राजपुर क्षेत्र में दलित दूल्हे की घुड़चढ़ी को लेकर उच्च जाति के लोगों ने दलित दूल्हे के परिजन सहित दुल्हन के परिवार पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। इसमें कई लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानिए क्या है पहला मामला!

यूपी के गोंडा के वजीरगंज क्षेत्र के नौबस्ता गांव में रेनू रहती हैं। रेनू ने बताया, "मेरा छोटा भाई लल्ला गांव के चाचा के यहां शादी समारोह में शुक्रवार को दावत खाने गया था। इस दौरान गांव के ही संदीप पांडेय के दरवाजे पर दावत का इंतजाम था। मेरे भाई ने खाना खाने के दौरान संदीप की थाली छू ली। इससे वह नाराज हो गया और अभद्रता की।"

रेनू घटना का जिक्र करते हुए कहती हैं, "मेरा भाई जब घर लौट आया तो संदीप पांडेय, अमरेश पांडेय, श्रवण पांडेय, सौरभ पांडेय, अजीत पांडेय, विमल पांडेय, अशोक पांडेय अचानक मेरे घर पहुंचे और भाई की लाठी, डंडे से पिटाई करने लगे। मेरा बड़ा भाई सत्यपाल बचाने के लिए दौड़ा। उन लोगों ने उसे भी मारा-पीटा और बाइक भी तोड़ दी।"

क्या बोले जिम्मेदार!

इस मामले में थाना प्रभारी चंद्र प्रताप सिंह ने बताया, "सात लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।"

जानिए क्या है दूसरा मामला!

कानपुर देहात के राजपुर क्षेत्र के कस्बा इलाके में रमेश रहते हैं। रमेश अनुसूचित जाति समाज से आते हैं। रमेश ने बताया कि, "7 दिसंबर 2022 को मेरी बेटी की बारात कानपुर नगर के एक गेस्ट हाउस में आई थी। रात में बारात घूमने के लिए सड़क पर निकली थी। सामने से दूसरी उच्च जाति के लोगों की भी बारात आ रही थी। इस दौरान कार सवार 8-10 लोगों ने दलित दूल्हे की बारात का विरोध करते हुए गाली गलौज शुरू कर दी। पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। सूचना पर आई पुलिस की मदद से बारात निकलवाई गई।"

नाराज होकर लोगों ने हमला कर दिया

रमेश ने बताया, "गुस्से में दूसरे पक्ष के 50-60 लोग गेस्ट हाउस में लाठी डंडे लेकर घुस आए और बरातियों व जनातियों पर हमला कर दिया। महिलाओं व बच्चों को भी पीटा। दुल्हन को उपहार में देने के लिए रखा सामान भी तोड़ दिया।"

पुलिस की मौजूदगी में हो सकी शादी

बारात पर हमले की सूचना पाकर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में शादी की रस्में अदा की गईं। रमेश का आरोप है, "घटना की तहरीर देने के बाद राजपुर थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर 10 दिसम्बर 2022 को वह परिवार के साथ माती स्थित एसपी ऑफिस में अर्जी देकर मामले में कार्रवाई की मांग की।"

क्या बोले जिम्मेदार?

इस मामले में एएसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया, "गेस्टहाउस के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान कराकर गिरफ्तारी कराई जाएगी। इसके लिए पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं। हमलावर जालौन के बताए जा रहे हैं। वह क्षेत्र में एक बरात में शामिल होने आए थे।"

आठ लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

एसपी तक मामला पहुंचने के बाद शनिवार की शाम मामले में राजपुर पुलिस ने रमेश की तहरीर पर दिग्विजय सिंह, रामचंद्र सिंह, भगवान सिंह, अनुराग, सचिन, शिवम, दीपक, इंद्रजीत समेत अज्ञात को आरोपी बनाया है। मामले में एससी/एसटी एक्ट, बलवा, एक राय होकर गेस्ट हाउस में घुसकर मारपीट करने, धमकी देने व गाली गलौज करने की धाराएं लगाई गई हैं।

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