आन्ध्र प्रदेश: दलित युवक के साथ चलती कार में मारपीट, पानी मांगा तो कर दिया पेशाब

यूपी में मंदिर में काम कर रहे दलित को जूते-चप्पल से पीटने का मामला सामने आया है. बरेली के इज्जतनगर के गांव रजपुरा माफी निवासी सुनील ने बताया कि 31 अक्तूबर को वह गांव के ही मंदिर में मरम्मत का काम कर रहे थे। इसी दौरान गांव के तीन लोग वहां पहुंचे और उन्हें मंदिर में काम करते देखकर भड़क गए। आरोपियों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं। विरोध किया तो वे लोग जूता-चप्पल निकालकर उन्हें पीटने लगे।
आन्ध्र प्रदेश: दलित युवक के साथ चलती कार में मारपीट, पानी मांगा तो कर दिया पेशाब
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एनटीआर,आंध्र प्रदेश- आंध्रप्रदेश के एनटीआर जिले में एक दलित युवक पर पेशाब करने का मामला सामने आया है। युवक को कुछ लोग जबरन कार में बिठाकर ले गए। चलती गाड़ी में उसके साथ मारपीट की गयी और जब युवक ने पीने के लिए पानी मांगा तो आरोपियों ने उस पर पेशाब कर दिया। सभी ने पीड़ित को चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा। आरोपियों ने उसका जबड़ा भी तोड़ दिया।

वहीं उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीडन से जुड़े दो मामले आये हैं. राजधानी लखनऊ में दलित युवाओं का पुलिसकर्मियों की मदद करना उनके लिए मुसीबत बन गया। एक व्यक्ति के लापता होने पर पुलिसकर्मियों ने युवाओं की थाने में ले जाकर पिटाई की। बाद में जब जानकारी मिली कि जिसे गुमशुदा मान रहे थे, वो अपने घर पर ही मौजूद है तो पुलिस कर्मियों ने जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा कर पीड़ितों को छोड़ दिया।

आंध्रप्रदेश के एनटीआर जिले में कांचिकाचेरला गांव के रहने वाले श्याम कुमार के साथ बर्बरता की गई। आरोप है कि दलित युवक को छह लोग जबरन कार में बिठाकर ले गए। फिर चलती गाड़ी में उसके साथ मारपीट की। जब युवक ने पीने के लिए पानी मांगा तो आरोपियों ने उस पर पेशाब कर दिया। आरोपियों में एक युवक पीड़ित का दोस्त है। सभी ने दलित युवक को चार घंटे तक बंधक बनाकर रखा। आरोपियों ने उसका जबड़ा भी तोड़ दिया। डॉक्टरों ने बताया कि युवक का ऑपरेशन किया जाएगा। आरोप है कि पिटाई से दर्द में तड़प रहे दलित युवक ने जब उनसे पानी मांगा तो उन्होंने उस पर पेशाब कर दिया। यह जघन्य घटना 1 नवंबर को हुई थी और इसके बाद विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी ने इसका विरोध किया था।

इस मामले में विजयवाड़ा सिटी पुलिस कमिश्नर कांथी राणा टाटा ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें हरीश रेड्डी पीड़ित का पुराना दोस्त है। हरीश ने ही पीड़ित को शिवसाई क्षेत्र में बुलाया था। उसके साथ पांच और लोग थे। सभी ने श्याम को जबरन एक कार में धकेल दिया और अपने साथ गुंटूर ले गए। इस बीच कार के अंदर श्याम के साथ बुरी तरह मारपीट की गई।

इस मामले में तेलुगु देशम पार्टी के अनुसूचित जाति सेल ने घटना के विरोध में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। टीडीपी एससी के अध्यक्ष एमएमएस राजू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। श्याम पर जिन लोगों ने हमला किया, उन्हें थाने से जमानत दे दी गई। सभी आरोपी बाहर घूम रहे हैं ।

लखनऊ में पुलिस कर्मियों ने दलित युवाओं को थाने में पीटा, पर्स भी जब्त

यूपी की राजधानी लखनऊ के उत्तरी क्षेत्र के जानकीपुरम इलाके में राहुल पासी मिर्जापुर गांव में रहता है। राहुल के मुताबिक वह अपने साथी नीरज पासी निवासी पश्चिम गांव थाना सैरपुर मिर्जापुर गांव में मेला देख रहे थे। इस दौरान मेले में सुनील लोधी व अनिल लोधी के परिवार का दामाद काफ़ी नशे मे था। वह मेले में लोगो के साथ गाली- गलौज व अभद्रता कर रहा था। इस पर पी० एस० सी० पुलिस के कहने पर राहुल पासी व नीरज पासी ने उसे मेले से बाहर गांव में छोड़ दिया। जिसके बाद वह अपने घर इटौंजा चला गया।

राहुल ने बताया नशे में धुत युवक के ससुराल के लोगो ने 3 नवंबर की सुबह थाने में युवक के गायब होने की एप्लिकेशन डाली और राहुल और नीरज पर गायब करने का संदेह जताया। आरोप है कि पुलिस ने सुबह 10 बजे राहुल पासी व नीरज पासी दोनों को उठा लिया। जानकीपुरम पुलिस के सिपाहियों ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पीड़ितों का कहना है कि पुलिस वालो ने उन्हें लातों, लाठी डंडों व पट्टों से मारा, व लगातार जातिसूचक गालियां भी दी। पुलिसकर्मी नशे में धुत युवक को मारकर फेंकने का आरोप लगा रहे थे।

पुलिस को युवक के घर पहुंचने की हुई जानकारी, पेपर पर हस्ताक्षर कराकर छोड़ा

राहुल का आरोप है जब पुलिस को पता चला कि जिसे वो गायब मान रहे हैं वह व्यक्ति इटौंजा में अपने घर सही सलामत पहुंचा है तो पुलिसकर्मियों ने वीडियो बनाकर जबरदस्ती बयान ले लिया और धमकाया। एक सादे कागज पर जबरन दस्तख़त करवा लिये। इसके साथ ही उच्च अधिकारियों को शिकायत करने पर जेल भेजने की धमकी भी दी। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने दोनों को छोड़ने के उनका पर्स भी नहीं लौटाया। राहुल पासी का आरोप है कि पर्स में कुछ जरुरी कागजात (आधार कार्ड, ए टी एम कार्ड) व 8000 रुपये नगदी व नीरज पासी के पास 3000 रुपये नगदी मौजूद थी। पुलिस की पिटाई से दोनों को गंभीर शारीरिक व अन्दरूनी चोटे आयी है। इस मामले में उच्चाधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बरेली: मंदिर में काम कर रहे दलित को जूते-चप्पल से पीटा

यूपी में मंदिर में काम कर रहे दलित को जूते-चप्पल से पीटने का मामला सामने आया है. बरेली के इज्जतनगर के गांव रजपुरा माफी निवासी सुनील ने बताया कि 31 अक्तूबर को वह गांव के ही मंदिर में मरम्मत का काम कर रहे थे। इसी दौरान गांव के तीन लोग वहां पहुंचे और उन्हें मंदिर में काम करते देखकर भड़क गए। आरोपियों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं।

सुनील ने विरोध किया तो वे लोग जूता-चप्पल निकालकर उन्हें पीटने लगे। फिर लोहे की सरिया से भी उनकी पिटाई की गई। उनकी चीखें सुनकर पहुंचे आसपास के लोगों ने किसी तरह उन्हें बचाया। सुनील का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने थाना इज्जतनगर और पुलिस चौकी में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब थाने का एक दरोगा उन पर समझौते का दबाव बनाकर धमका रहा है। शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री समेत पुलिस के उच्चाधिकारियों को डाक से शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अपना शिकायती पत्र अफसरों को एक्स पर पोस्ट करके भी शिकायत की है। इज्जतनगर के इंस्पेक्टर क्राइम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।

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