उत्तर प्रदेश: न्याय की गुहार लगाने सीएम आवास पहुंची दलित महिलाएं, पुलिस ने हिरासत में लिया!

लखीमपुर खीरी में दलित महिलाओं की पिटाई का मामला, थाना प्रभारी लाइन हाजिर
उत्तर प्रदेश: न्याय की गुहार लगाने सीएम आवास पहुंची दलित महिलाएं, पुलिस ने हिरासत में लिया!
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लखनऊ। यूपी के लखीमपुर खीरी से 40 से अधिक दलित समाज के लोग सोमवार सुबह सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाने राजधानी पहुंचे थे। दलितों का आरोप है कि क्षेत्रीय थाना पुलिस उन्हें परेशान कर रही है। आरोप है कि 12 जून को थानेदार ने फोर्स भेजकर लोगों की पिटाई करवा दी और घरों में तोड़फोड़ की। वहीं पीड़ितों पक्ष के 38 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के लखीमपुर खीरी के मैलानी क्षेत्र में कंधईपुर गांव है। इस गांव में दुलीचन्द रहते हैं। दुलीचंद अनुसूचित समाज के व्यक्ति हैं। दुलीचंद ने बताया, "मेरा बेटा बृजेश पासी पेशे से ड्राइवर था। पुरानी रंजिश के कारण 9 मई 2023 को राम सिंह, सुरेश सिंह व रेखा सहित अन्य ने मिलकर उसकी हत्या करके शव टांग दिया। जब इसकी मुझे जानकारी हुई तो मैं मौके पर गया और पुलिस को सूचना दी।"

दुलीचंद बताते हैं, "पुलिस ने इस मामले में दो दिन तक कार्रवाई नहीं की। हमारे समाज के सैकड़ों लोगों ने जब थाने का घेराव किया तो पुलिस ने 12 मई को मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की थी। सभी आरोपी फरार हो गए थे।"

आरोप है कि 12 जून की रात आरोपियों को लेकर पुलिस गांव आई थी। जिसका लोगों ने वीडियो बनाया इससे नाराज पुलिस ने लोगों को पीटना शुरू कर दिया। जब लोगों ने इसका विरोध किया तो भारी पुलिस बल बुलाकर गांव वालों की पिटाई कर दी। इस मामले में लगभग 38 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 16 लोगों का पुलिस ने चालान कर दिया। पुलिस के मुकदमे से डरे लोग 12 जून के बाद से गांव नहीं गए। रविवार दोपहर सैकड़ों की संख्या में दलित परिवार सीएम योगी से शिकायत करने लखनऊ के लिए ट्रेन से रवाना हो गए। सैकड़ों की संख्या में लखनऊ जा रहे दलित परिवार की खबर मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस ने अधिकांश लोगों को गोला स्टेशन पर उतार लिया।

गांव की रहने वाली सुशीला देवी बताती है, "पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। उल्टा हम महिलाओं को बाल पकड़कर और घसीट-घसीटकर पीटा था। हमारे खिलाफ झूठा मुकदमा लिखा गया। 12 जून से हम गांव नहीं गए हैं। हमारे घर सुनसान पड़े हैं। हमारे जानवर भूखे मर रहे हैं।"

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जानकारी के मुताबिक इस मामले में सीओ गोला ने थानेदार पर अनान-फानन में कार्रवाई कर लाइन हाजिर कर दिया। वहीं इस मामले में लगभग 40 लोग सोमवार सुबह सीएम आवास पहुंच गए। पुलिस ने लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

अब तक क्या हुई जांच

इस मामले में सीओ गोला ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "जिस युवक की मौत हुई उसका आरोपी पक्ष की एक युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। जिसके कारण उसने आरोपी के घर में आत्महत्या कर ली। पोस्टमार्टम में नॉर्मल हैंगिंग आया है। रिपोर्ट के आधार पर युवक द्वारा आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है। वहीं किसी भी घटना का कारित होना नहीं पाया गया है। विपक्षीगण 12 जून को अपने घर रहने आये थे। इस दौरान दोनों पक्षों में विवाद हुआ। पुलिस मौके पर गई तो झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 32 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में 16 लोगों का चालान किया गया है। थाना प्रभारी मैलानी राहुल सिंह पर ग्रामीणों द्वारा पिटाई कराने के आरोप लग रहे थे। उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए लाइन हाजिर किया गया है।"

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पुलिस की थ्योरी गले से नीचे नहीं उतर रही

दूसरे के घर में आत्महत्या की थ्योरी ग्रामीणों के गले नहीं उतर रही है। ग्रामीणों का आरोप है यदि युवक चाहता तो अपने घर में भी आत्महत्या कर सकता था। वह दूसरे के घर उनके कमरे में कैसे पहुंचा। उसने आत्महत्या कैसे की जबकि सारे घर वाले घर पर ही मौजूद थे।

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