मध्य प्रदेश। ग्वालियर जिले में महिला सरपंच और उसके परिवार पर गांव के ही कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना में चार लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने इस मामले में एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वहीं घायलों का प्राथमिक उपचार कराने के साथ ही पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर की घाटीगांव तहसील में सुरेला समेड़ी गांव आता है। इसी गांव में शीला जाटव रहती हैं। शीला अनुसूचित जाति समाज की सदस्य हैं। शीला ग्राम प्रधान भी हैं।
जानकारी के मुताबिक घटना के पीछे की वजह एक गुट की तरफ से वर्चस्व बनाए रखना है। आरक्षण के चलते सुरेला समेड़ी गांव में महिला सरपंच को चुना गया था। यह बात गांव के कुछ लोगों को रास नहीं आ रही थी। आरोपी, महिला को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे। वहीं एक अन्य जानकारी के मुताबिक महिला के बेटे का जाटव मोहल्ले के रहने वाले एक शख्स से विवाद हो गया था। इसके बाद लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों ने सरंपच के परिवार पर हमला कर दिया। महिला और उसके परिवार पर लाठी डंडों और लोहे की रॉड से हमला किया गया था, जिसमें परिवार के कई सदस्यों को चोटें आई है। इस घटना में चार लोगों के घायल होने की बात सामने आई है। हमले के बाद महिला सरपंच भंवरपुरा थाने पहुंची। महिला सरपंच का आरोप है कि उनकी शिकायत को नहीं सुना गया। इसके बाद उन्होंने अगले दिन पुलिस अफसरों से मिलकर न्याय की गुहार लगाई थी।
इस मामले में पुलिस अफसरों के निर्देश पर महिला सरपंच का मेडिकल कराया गया है। मामले में भंवरपुर पुलिस ने एट्रोसिटी एक्ट की तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिकायत भरत सिंह, राजेंद्र सिंह, मातादीन लाखन सिंह, मुकेश और लल्ला के खिलाफ हुई है। अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
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