राजस्थान। प्रदेश में महिला अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बलात्कार के बाद हत्या के मामलों में भी लगातार इजाफा हो रहा है। उदयपुर जिले के मावली इलाके में एक 9 वर्षीय आदिवासी लड़की के साथ बलात्कार के बाद हत्या कर शव के 10 टुकड़े करने का मामला अभी पूरी तरह लोगों के जहन से निकल भी नहीं पाया था कि एक ताजा मामला जयपुर जिले के रेनवाल थाना इलाके से सामने आया है। यहां एक 45 वर्षीय अनुसूचित जाति की महिला के साथ गैंग रेप कर हत्या कर दी गई।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के साथ पूर्व में हत्या एवं अत्याचार के घटित मामलों की तरह यहां भी न्याय की मांग को लेकर परिजन 24 घण्टे से अधिक समय से पुलिस थाने के बाहर धरना देकर बैठे हैं। शव अस्पताल की मोर्चरी में रखा है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर बलात्कार व हत्या से सम्बंधित पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं किये जाते, वे शव नहीं लेंगे।
पुलिस के अनुसार मृतक महिला के देवर ने जयपुर जिले के रेनवाल थाने में एक रिपोर्ट पेश किया जिसमें बताया गया कि 21 अप्रैल को रात्रि 8 बजे के लगभग मृतका के मोबाइल पर फोन आया था। इसके बाद आखरी बार प्रार्थी की भाभी को गांव से बाहर एक सड़क की ओर जाते देखा गया। 22 अप्रैल की सुबह तक भी महिला घर नहीं लौटी। आस पड़ोस व रिश्तेदारों में पूछताछ की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इस पर प्रार्थी अपने परिवार के लोगों के साथ भाभी को ढूंढने निकला। तलाश करते हुए गांव के बाहर जंगल की तरफ गए तो एक सड़क से उत्तर दिशा में भाभी का खून से सना हुआ अर्द्धनग्न शव खारेड़ा ( नाले ) में मिला। प्रार्थी ने आरोप लगाया कि उसकी भाभी के साथ गैंग रेप कर हत्या की गई है। प्रार्थी ने कहा हत्या के बाद आरोपियों ने खून से सने अर्द्धनग्न शव को खारड़ा ( नाले ) फेंक दिया। रिपोर्ट के आधार पर रेनवाल थाना पुलिस ने हत्या और सामूहिक बलात्कार के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
रेनवाल थानाधिकारी उमराव सिंह ने बताया कि प्रार्थी ने रिपोर्ट में हनुमान पुत्र रूपाराम नट निवासी सिरसी तहसील नावा जिला नागौर, राजू खटीक निवासी जोबनेर जिला जयपुर, पप्पू पुत्र हरलाराम बलाई निवासी भेसलाना थाना रेनवाल व इनके अन्य साथियों पर प्रार्थी की भाभी के साथ गैंगरेप कर हत्या करने की आशंका जताई है। थानाधिकारी ने कहा कि इन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं। यह बलात्कार व हत्या का मामला है। जांच में आरोपियों की संलिप्तता प्रमाणिक रूप से सामने आने के बाद गिरफ्तारी की ओर कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है।
मृतका का शव 24 घण्टे से अधिक समय से रेनवाल अस्पताल की मोर्चरी में रखा है। गर्मी के कारण शव को सुरक्षित रखने के लिए रविवार दोपहर में भीमसेना के मीडिया प्रभारी राधेश्याम रैगर ने बर्फ की सिल्ली की व्यवस्था की।
मृतका के देवर ने द मूकनायक से बात करते हुए बताया कि हमारी सूचना पर 22 अप्रैल को लगभग दोपहर 12 बजे पुलिस ने अस्पताल की मोर्चरी में शव रखवाया था। हमने पुलिस को लिखित में आरोपियों के नाम दिए हैं, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। हम परिवार के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं। जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे शव नहीं लेंगे। परिजनों का कहना है कि पुलिस उनको कार्रवाई के बारे में ठीक से बता भी नहीं रही है।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.