तमिलनाडुः "तुम्हारी जाति के लोग यही काम करते हैं"- यह कहकर दलित छात्र से उठवाया टॉयलेट की सीट में फंसा पत्थर!

अनुसूचित जाति/ जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज
सांकेतिक तस्वीर
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चेन्नई- तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ आठ वर्षीय दलित छात्र को शौचालय से पत्थर उठाने के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया। परिजनों का आरोप है कि- "प्रिंसिपल ने यह कहते हुए टॉयलेट की सीट में गिरे पत्थर को उठवाया कि तुम्हारी जाति के लोग यही काम करते हैं।"

जब यह बात छात्र ने घर आकर अपनी मां को बताई तब परिजनों ने इस मामले में जातिगत टिप्पणी से आहत होकर एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया। इस मामले की जांच कर रहे तिरुनेलवेली (ग्रामीण) के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अनंत राज एम ने कहा-" घटना 6 दिसंबर को हुई थी। बच्चे ने अपने माता-पिता से शिकायत की और मां ने 9 दिसंबर को पोनरानी के खिलाफ लिखित शिकायत दी।"

जानिए क्या है पूरा मामला ?

तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में मनूर पुलिस ने एक पंचायत संघ प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल पोनरानी (56) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। परिजनों द्वारा थाने में की गई शिकायत के अनुसार- "स्कूल के शौचालय के अंदर एक पत्थर फंस गया था। इस कारण शौचालय भर जा रहा था। जब इसकी जानकारी प्रिंसिपल पोनरानी को हुई तो कथित तौर पर उन्होंने छात्र से इसे हटाने के लिए कहा। जब छात्र ने आपत्ति जताई तो प्रिंसिपल ने छात्र को बताया कि वह ऐसा कर सकता है क्योंकि उसके समुदाय के लोग ऐसा ही काम करते हैं।

छात्र ने इस मामले की जानकारी अपने माता-पिता को दी, जिन्होंने प्रिंसिपल से इस बारे में पूछा। इस पर प्रिंसिपल ने सफाई दी कि उसने छात्र को ऐसा इसलिए करने को कहा क्योंकि उसने ही शौचालय में पत्थर गिराया था। मनूर पुलिस ने 9 दिसंबर को पोनरानी के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।

पहले भी घट चुकी कईं घटनाएं

तमिलनाडु में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले नवंबर में, मरावर समुदाय (अन्य पिछड़ा वर्ग) के छह लोगों को थमिराबरानी नदी के पास दो दलित युवकों पर हमला करने, निर्वस्त्र करने और पेशाब करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मारवाड़ के लोगों ने दलित युवाओं से उनके सेल फोन और चांदी के आभूषण भी लूट लिए थे। उसी महीने, जया टीवी पत्रकार वनमलाई के स्वामित्व वाले नंगुनेरी में एक कंप्यूटर सेंटर पर देशी बम फेंकने के आरोप में एक 17 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, जिसने अक्टूबर में क्षेत्र में हुए एक जाति अपराध को बड़े पैमाने पर कवर किया था।

अक्टूबर में, एक 17 वर्षीय नादर लड़के (अन्य पिछड़ा वर्ग) ने तिरुनेलवेली शहर में देवेंद्र कुला वेल्लार समुदाय की एक 18 वर्षीय दलित महिला का पीछा किया और उसकी हत्या कर दी। इससे पहले अगस्त में, 17 और 14 साल की उम्र के दो दलित भाई-बहनों पर उनके ही घर में दरांती से भयानक हमला किया गया था। इस साल जुलाई में, ऑनर किलिंग के एक संदिग्ध मामले में नादर के एक व्यक्ति ने अप्पुविलई गांव में एक 19 वर्षीय दलित युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।

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