राजस्थान: वॉटर कैंपर से पानी पीने पर दलित छात्र की पिटाई!

भरतपुर जिले के बयाना उपखण्ड क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भीम नगर का मामला, आरोपी टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज.
पीड़ित छात्र चोट दिखाता हुआ।
पीड़ित छात्र चोट दिखाता हुआ।
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जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर शिक्षण संस्था में पानी पीने को लेकर जातीय भेद की घटना ने शिक्षा में समानता के अधिकार की बात को झुटला दिया है। भरतपुर जिले के बयाना उपखण्ड क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भीम नगर में दलित छात्र ने कैंपर से पानी पी लिया तो शिक्षक ने अलग कमरे में ले जा कर डंडे से पीटा। घटना के बाद छात्र ने घर जाकर परिजनों को बताया। इस पर परिजन शनिवार सुबह पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने आरोपी शिक्षक गंगाराम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

पीड़ित छात्र के चाचा समय सिंह ने द मूकनायक को बताया कि मेरे भतीजे के मां-बाप नहीं है। मेरे पर ही उसकी शिक्षा व सार संभाल का जिम्मा है। भतीजा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भीमनगर में कक्षा सात में पढ़ता है। अन्य दिनों की तरह शुक्रवार सुबह वह स्कूल गया था। इंटरवेल में बच्चे ने अन्य बच्चों के साथ खाना खाया। इसके बाद वह विद्यालय परिसर में बनी टंकी पर पानी पीने गया, लेकिन टंकी में पानी नहीं था।

इसी परिसर में दूसरी तरफ कुछ बच्चे कैंपर से पानी पी रहे थे। उन्हें देख कर वह भी कैंपर में पानी पीने चला गया। अन्य बच्चों की तरह पीड़ित छात्र ने भी कैंपर से पानी पी लिया। समय सिंह बताते हैं कि हमारे बच्चे को पानी पीता देख शिक्षक गंगाराम भड़क गया तथा मेरे भतीजे के साथ ही दो अन्य जाति के बच्चों को भी खड़ा कर पानी पीने के बारे में पूछा। बाद में आरोपी शिक्षक ने दो अन्य जाति के बच्चों को कक्षा में बैठा दिया। इसके बाद हमारे बच्चे को अलग कमरे में ले जाकर डंडों व लात थापों से पीटा। इस दौरान आरोपी शिक्षक ने छात्र को जातिसूचक शब्दों से अपमानित कर कहा कि तेरी इतनी औकात की अब तू हमारे कैंपर से पानी पिएगा और फिर पीटा। बच्चा पानी पीने की गलती पर क्षमा मांगता रहा, लेकिन शिक्षक को रहम नहीं आया। डंडे से पिटाई के कारण मासूम बच्चे की पीठ पर चोट के निशान तक बन गए।

थाने में मामले की एफआईआर लिखाते भीम आर्मी के सदस्य.
थाने में मामले की एफआईआर लिखाते भीम आर्मी के सदस्य.

प्रलोभन भी दिया

समय सिंह ने द मूकनायक को बताया कि शुक्रवार शाम को जब वह काम से घर लौटा तो उसके साथ स्कूल में हुई घटना के बारे में बताया। बच्चे ने खुद पीठ उघाड़ कर चोट के निशान भी बताए। समय सिंह कहते हैं कि स्कूल में कैंपर से पानी पीने की बात पर हमारे बच्चे को जाति के कारण पीटा गया इस बात से पूरा स्कूल स्टाफ वाकिफ था।

यही वजह है कि शनिवार सुबह स्कूल के दो शिक्षक हमारे घर आए थे। समय सिंह ने बताया कि इनमें एक हेड मास्टर था जिसका में नाम नहीं जानता। दूसरा बीएलओ था। इन्होंने घर आकर कहा था कि बात को ले दे कर रफा-दफा करो। इन शिक्षकों ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के लिए दो लाख रुपए देने के लिए कहा था, लेकिन हमने मना कर दिया। समय सिंह बताते हैं कि शनिवार सुबह जब में बच्चे को लेकर पुलिस थाने पहुंचा तो पहले तो पुलिस सुनवाई ही नहीं की। बाद में जब भीम आर्मी से जुड़े लोग थाने पहुंचे तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। आरोपी शिक्षक से उनकी कोई बात नहीं हुई है। हम को पैसे से कोई मतलब नहीं है। हमें न्याय चाहिए। आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर निलम्बित किया जाए।

...फिर भेदभाव क्यों?

समय सिंह जाटव ने कहा कि जालौर की घटना भी गंभीर थी। मटकी से पानी पीने की बात पर गुरु ने दलित बच्चे को पीट दिया। अब बयाना के सरकारी स्कूल में कैंपस से पानी पीने पर केवल दलित बच्चे को पीटा गया। राजस्थान में स्कूलों में पानी को लेकर यह तीसरी या चौथी घटना है।

समय सिंह कहते हैं हमारे समाज के साथ इतना भेदभाव क्यों किया जा रहा है। हम भी बाजार में बैठते हैं। सभी जाति, धर्म के लोगों के साथ हमारा उठना बैठना है। सभी जगह बराबर का सम्मान मिलता है। हमारे साथ कोई भेदभाव नहीं होता तो फिर स्कूलों में भेदभाव क्यों हो रहा है।

इस सम्बंध में द मूकनायक ने बयाना थानाधिकारी सुनील कुमार से बात की। एसएचओ ने कहा कि इस सम्बंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच सीओ उच्चैन अनीता मीना को सौंपी गई है। पीड़ित छात्र का मेडिकल करवाया गया है। पुलिस शिक्षक से पूछताछ कर रही है।

जाम के बाद एफआईआर

भीम आर्मी से जुड़े सुमित सहगल ने कहा कि सरकारी स्कूल में कैंपर से पानी पीने पर दलित छात्र के साथ मारपीट की गई है। जब परिजन पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे तो पुलिस ने पहले तो रिपोर्ट लेने से ही मना कर दिया। बाद में समाज व भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भीम नगर में सड़क मार्ग जाम किया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। सवाल यह है कि जब कैंपर से पानी दलित छात्र के साथ अन्य जाति के बच्चों ने भी पीया था तो फिर शिक्षक को दलित छात्र से इतनी नफरत क्यों थी। उसे बेरहमी से पीटा गया। सहगल ने कहा कि स्कूल की टंकी में पानी नहीं भरोगे। खाना खाने के बाद बच्चे कहीं से तो पानी पीएंगे। कैंपर से पानी पीने पर आप उन्हें पीटोगे। गलती किसकी है।

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