दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर हुए दलित लखबीर सिंह की हत्या मामले में नया मोड़ सामने आया है. लखबीर सिंह की हुई हत्या पर अब देश भर के लगभग 21 दलित संगठनों ने व्यापक जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का दरवाजा खटखटाया है.
इस मामले में यूपी, दिल्ली और पंजाब के कई संगठनों ने आयोग से संपर्क किया. इसमें उन्होंने पत्रों में मामले की "समयबद्ध" जांच और बर्बरता में शामिल सभी लोगों के लिए सजा की मांग की. आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने इस पूरे मामले में कहा कि सिखों के बीच बेअदबी या बेअदबी एक गंभीर अपराध है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. सांपला ने कहा, "हमने पहले ही डीजीपी हरियाणा और मुख्य सचिव को इस पर सख्त कार्रवाई करने के लिए नोटिस भेजा है और फैक्स के माध्यम से वापसी की रिपोर्ट मांगी है."
गौरतलब हो कि पंजाब के एक दलित खेत मजदूर लखबीर सिंह (35) का शव शुक्रवार 15 अक्टूबर को सिंघू बॉर्डर पर एक पुलिस बैरिकेड से बंधा मिला था, जहां किसान तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में निहंग समुदाय के चार सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दो सर्वोच्च सिख संस्थानों – अकाल तख्त और शिरोमणि गुरुद्वारा – ने बर्बर हत्या के पीछे साजिश का आरोप लगाया है.
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