लखनऊ। यूपी के देवरिया जिले में बाइक से टक्कर लगने पर दलित युवक की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की गई। युवक को गम्भीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। घटना के बाद इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ 307 और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। 16 जनवरी की रात इलाज के दौरान युवक की मौत होने पर आरोपियों पर धारा 302 के तहत केस दर्ज कर लिया गया। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
यूपी में देवरिया जिले के सुरौली इलाके के जद्दू परसिया गांव में नगीना प्रसाद रहते हैं। उनका नवासा (घरजमाई का घर) मदनपुर क्षेत्र के पीड़री गांव में है। यहां पर भी उनकी जमीन और घर भी मौजूद है। इस कारण नगीना प्रसाद सपरिवार इस गांव में रहते हैं। नगीना प्रसाद पेशे से मजदूर हैं। गांव के बगल में खजूरी तिवारी के पास धीमा यादव के ईंट-भट्ठे पर वह पूरे परिवार समेत मजदूरी का काम करते हैं। नगीना प्रसाद ने बताया, "घटना 13 जनवरी 2023 की है। मेरा बेटा केतन ईंट-भट्ठे से किसी काम के लिए निकला था। कुछ दूर जाने पर गांव के ही बुजुर्ग उग्रसेन यादव को उसकी बाइक से ठोकर लग गई, जिसमें उनका पैर फ्रैक्चर हो गया। हादसे के बाद डर की वजह से मेरा बेटा वापस ईंट-भट्ठे पर चला आया।"
नगीना प्रसाद ने बताया, "कुछ देर बाद गांव के ही कुछ युवक लाठी-डंडे से लैस होकर ईंट-भट्ठे पर आ धमके और मेरे बेटे की बेरहमी से पिटाई करने लगे। वह बेहोश होकर गिर पड़ा। जब मैंने और मेरी पत्नी ने बीच-बचाव किया तो हमें भी पीटा गया। जिसके बाद वह सब मौके से फरार हो गए।"
घटना की जानकारी मिलने पर आपात पुलिस सहायता 112 की पीआरवी मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस घायल को भलुअनी सीएचसी ले गई। हालात गम्भीर होने के कारण डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद युवक को महऋषि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। यहां भी डाक्टरों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए घायल को डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, 16 जनवरी की रात में घायल युवक की मौत हो गई। शव को पंचायतनामा भरकर 17 जनवरी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की मौजूदगी में शव गांव लाया गया। यही नहीं मदनपुर पुलिस की मौजूदगी में ही शव का अंतिम संस्कार भी कराया गया।
इस मामले में मदनपुर थाना प्रभारी मुकेश मिश्रा ने बताया, "13 जनवरी को ईंट भट्ठे पर दलित युवक को कुछ लोगों ने पीटा था, जिसकी इलाज के दौरान 16 जनवरी की रात में मौत हो गई। इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर पीड़री गांव के गुजेसर यादव, रामहंस यादव, शैलेश यादव, श्रीराम यादव, रामप्रवेश यादव और राजू यादव के खिलाफ 307 और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था, लेकिन मौत हो जाने के बाद 302 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।"
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