जयपुर। राजस्थान में महिला उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कहीं प्यार के जाल में फंसा कर शारीरिक शोषण तो कहीं नाबालिग मासूम बेटियों को हवश का शिकार बनाया जा रहा है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी 2021 की रिपोर्ट में महिला अत्याचार के मामलों में राजस्थान अव्वल रहा है। अब ताजा मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले से सामने आया है। जहां अनुसूचित जाति की एक युवती को पहले तो प्रेमजाल में फांस कर तीन साल तक उसके साथ यौन शोषण किया गया। इसके बाद आरोपियों ने ही गत नवम्बर महीने में सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल कर दिया। इसके बाद पीड़ित युवती ने तीन लोगों को नामजद करते हुए संबंधित पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था।
आरोप है कि मामला दर्ज होने के बावजूद आरोपी खुले में घूमते रहे। पीड़िता को धमकाते रहे। इस मामले में पीड़िता ने जिला एसपी से लेकर आईजी तक गुहार लगाई, लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने की बजाय पीड़िता से ही पूछताछ करती रही। इस बीच पीड़िता बीकानेर चली गई। अब पीड़ित ने एक बार फिर गत 8 जनवरी को सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पीड़ा बताते हुए पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं।
पीड़िता ने वीडियो जारी कर कहा कि वह अनुसूचित जाति से है। उसके साथ अन्याय हुआ है, लेकिन पुलिस भी उसकी नहीं सुन रही है। आरोपियों के राजनेताओं से सम्पर्क के कारण पुलिस आरोपियों को बचाने का जतन कर रही है।
पीड़िता ने कहा कि, यदि उसकी जगह किसी अन्य जाति की लड़की होती तो अब तक लोग सड़कों पर आ गए होते। बाजार बंद कर दिए होते, लेकिन अनुसूचित जाति से होने से एसपी व आईजी भी उसकी नहीं सुन रहे हैं। पीड़िता का पुलिस पर आरोपों के साथ गुहार लगाते वीडियो सामने आने के बाद एक युवती सहित महावीर जाट को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दो नामजद आरोपी अभी भी पुलिस पकड़ से दूर हैं।
पुलिस के अनुसार, एक 25 वर्षीय युवती ने 20 नवंबर 2022 को रिपोर्ट पेश कर जगतार सिंह, महावीर जाट व साहिल अरोड़ा को नामजद करते हुए श्रीगंगानगर के करनपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस के अनुसार पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि जगतार सिंह निवासी 4 एफएफ से 3 साल पहले उसकी जान पहचान हुई थी। इस बीच आरोपी ने उसके साथ गलत काम करते हुए आपत्तिजनक वीडियो बनाई। बाद में आपत्तिजनक वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल कर दी। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरपीएस अधिकरी सुरेंद्र सिंह राठौड़ को जांच सौंपी। प्रारम्भिक जांच में पुलिस के कई अहम वीडियो भी हाथ लगे हैं।
इस पूरे मामले में पुलिस पर राजनीतिक दबाव में अपराधियों को बचाने के आरोप भी लग रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी साहिल आरोड़ा की एक भाजपा नेता का स्वागत करते हुए फोटो वायरल हो रही है। सूत्रों की माने तो आरोपी साहिल पहले कांग्रेस के एक नेता का नजदीकी था। बीते दिनों किसी बात को लेकर बिगड़ी तो भाजपा नेता के नजदीक पहुंच गया।
करणपुर थानाधिकारी बलवन्त राम ने द मूकनायक को बताया कि दर्ज मामले की उच्च अधिकारी जांच कर रहे हैं। पुलिस पर किसी का दबाव नहीं है। नामजद लोगों के अलावा जांच में एक युवती की संलिप्तता सामने आने पर नामजद आरोपी महावीर जाट के साथ उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। नामजद आरोपी जगतार सिंह व साहिल अरोड़ा की तलाश कर रहे हैं। पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है।
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट (NCRB latest report) के अनुसार रेप केस के मामले में राजस्थान पहले स्थान (Rajasthan top in rape case) पर है। रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में प्रतिदिन 17 महिलाओं व युवतियों से रेप होता है। राजस्थान में वर्ष 2021 में 6337 मुकदमें दर्ज हुए हैं। राजस्थान में महिलाओं से होने वाले दुष्कर्म मामलों ने देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। बीते वर्ष अकेले राजस्थान में मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनों राज्यों से भी ज्यादा रेप केस दर्ज हुए हैं।
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