उत्तर प्रदेश: अमेठी जिले में गुरुवार देर शाम एक दलित परिवार के चार सदस्यों की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पीड़ितों में एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, उनकी पत्नी और उनकी दो छोटी बेटियाँ शामिल हैं। घनी आबादी वाले रिहायशी इलाके में हुए इस भीषण हमले ने स्थानीय समुदाय में भय का माहौल बना दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पीड़ितों की पुष्टि 35 वर्षीय सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती, 33 वर्षीय और उनकी दो बेटियों दृष्टि, 5 वर्षीय और मिकी, जो सिर्फ 18 महीने की हैं, के रूप में की है। कुमार मार्च 2021 से सिंहपुर ब्लॉक के पनहोना प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।
इस हमले ने उच्च स्तरीय ध्यान आकर्षित किया है, लखनऊ जोन के एडीजी एसबी शिरडकर और अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। जांच में तेजी लाने के लिए डीएसपी धर्मेश कुमार शाही के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस की एक स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को लगाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।
अमेठी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनूप सिंह के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह हमला पूनम भारती द्वारा 18 अगस्त को चंदन वर्मा नामक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर से जुड़ा हो सकता है।
रायबरेली में दर्ज कराई गई शिकायत में पीछा करने, छेड़छाड़ और एससी/एसटी एक्ट के तहत अत्याचार के आरोप शामिल हैं। अपनी एफआईआर में भारती ने अपने और अपने पति की जान को लेकर आशंका जताई थी और स्पष्ट रूप से कहा था कि अगर उनके साथ कुछ भी अनहोनी होती है तो वर्मा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
पीड़ित पिछले तीन महीनों से अमेठी के भवानी नगर चौराहे के पास एक किराए के मकान में रह रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों की रिपोर्ट बताती है कि हमलावरों ने परिवार के घर में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की। सुनील कुमार और उनकी पत्नी के शव उनके घर के बाहर एक पानी के नल के पास पाए गए, जिससे पता चलता है कि उन्होंने भागने की कोशिश की थी, जबकि उनकी बेटियाँ एक कमरे के अंदर पाई गईं, उनके शरीर गोलियों से छलनी थे।
पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है, जिसमें पहले दर्ज की गई एफआईआर से संभावित संबंध भी शामिल है। अपराधियों का पता लगाने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं, और हत्याओं के पीछे का पूरा मकसद जानने के लिए आगे की जांच जारी है।
इस बीच रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेठी के अपने पार्टी के सांसद केएल शर्मा से फोन पर बातचीत की है.
राहुल गांधी ने केएल शर्मा से इस मामले की पूरी जानकारी ली है. सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा है कि, 'किशोरी जी हम पीड़ित दलितों के साथ हैं. आप उनको इंसाफ दिलाने में जुटिये. अगर इंसाफ मिलते न दिखे तो किशोरी जी बताइएगा मैं खुद आ जाऊंगा पीड़ित के लिए.' ऐसी चर्चा है कि राहुल गांधी अमेठी का दौरा भी कर सकते हैं. आपको बता दें कि अमेठी से गांधी परिवार का पुराना रिश्ता रहा है. राहुल गांधी भी यहां से सांसद रह चुके हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी की स्मृति ईरानी के सामने गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को टिकट दिया था. केएल शर्मा ने यहां से स्मृति ईरानी को शिकस्त दी थी.
बसपा चीफ मायावती ने भी इस मामले में गुस्सा जाहिर करते हुए सरकार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इतना ही नहीं मायावती ने पुलिस वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिन्ताजनक। सरकार दोषियों व वहां के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए ताकि अपराधी बेखौफ न रहें। मायावती ने पुलिस की ओर से इसी लापरवाही बताते हुए उनपर कार्रवाई की मांग की है।
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