भोपाल। मध्य प्रदेश में दलित आदिवासियों के खिलाफ आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा मामला प्रदेश के विदिशा जिले से सामने आया है। जहां एक दलित परिवार की जमीन पर गाँव के ही मनबढ़ लोगों ने पहले कब्जा जमाया, जब दलित परिवार ने विरोध किया तो परिवार पर लाठी-डंडों, कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। मारपीट के कारण दलित परिवार के आठ लोग बुरी तरह घायल हुए हैं जिनका उपचार विदिशा जिला अस्पताल में किया जा रहा है।
मामला विदिशा के शमशाबाद थाना अंतर्गत दौलतपुरा गांव का है। यहाँ दलित लाखन अहिरवार की भूमि है जिस पर वह वर्षों से खेती कर रहें हैं। शनिवार को दोपहर दलित की जमीन पर गाँव का गोरेलाल यादव, शैतान सिंह ने ट्रेक्टर से खेत की जुताई करा दी। जब उनकी जमीन को आरोपियों ने जोत दी तब दलित परिवार ने इसका विरोध किया खेत पर लखन अहिरवार के परिवार के आठ लोग मौजूद थे जिन्हें आरोपियों ने लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा।
द मूकनायक से बातचीत करते हुए पीड़ित लाखन अहिरवार ने बताया कि आरोपियों की उनकी जमीन पर पहले से ही नजर थी। यह जमीन हमारे पिताजी को सरकार ने पट्टे पर दी थी। और इसी जमीन पर खेती-बाड़ी कर परिवार पाल रहें हैं। शनिवार के दोपहर की बात है जब सूचना मिली कि शैतान सिंह, गोरेलाल यादव हमारी जमीन पर ट्रैक्टर चलवाकर कर जुताई करवा रहें हैं।
"जब हम खेत पर पहुँचे तो हमने ट्रैक्टर रोकने को कहा। वहाँ पर करीव 20 लोग मौजूद थे। जब हमने ट्रैक्टर को रोकने के लिए कहा तो वह लोग जातिसूचक गालियां देने लगे, और हम पर डंडों, कुल्हाड़ी और फरसा से हमला कर दिया। जिसमें हमारे परिवार के बाबूलाल, गोलू, रानू के सिर फट गए और हाथ-पैर फ्रैक्चर गए। शांतिबाई का भी हाथ फ्रैक्चर हो गया है," लाखन अहिरवार ने बताया।
पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों में जमीनी विवाद के कारण झगड़ा हुआ था। पीड़ित पक्ष ने मारपीट की शिकायत की थी। जिस पर आरोपी गोरेलाल यादव और शैतानसिंह के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट सहित मारपीट की अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.