हरे पेड़ काटने पर दलित युवक को दी जातिसूचक गालियां, थानेदार से शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई

हरे पेड़ काटने पर दलित युवक को दी जातिसूचक गालियां, थानेदार से शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई
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लखनऊ। यूपी में शाहजहांपुर के कलान क्षेत्र में अवैध तरीके से हरे पेड़ों पर आरा चला दिया गया। इसकी शिकायत क्षेत्रीय थाने में लिखित रूप से करने पर भी थानेदार ने कोई सुनवाई नहीं की। पुलिस पर आरोप है कि वह अपराधियों को संरक्षण देकर अवैध तरीके से कटाई करने में उनकी मदद करती है।

इसके लिए थाने में पैसा भी दिया जाता है। जिसके कारण पुलिस शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं करती है।
इस पूरे मामले को लेकर दलित समाज से आने वाले एक युवक ने क्षेत्रीय थाने में शिकायत की थी। पुलिस से शिकायत करने पर आरोपियों ने जातिसूचक गालियां और जान से मारने की धमकी भी दी है। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं थाना प्रभारी कलान का कहना है कि पीडि़त उनके पास गया ही नहीं। जबकि पीडि़त थाने के कई बार चक्कर काट चुका है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं।

जानिए क्या है पूरा मामला

यूपी में शाहजहांपुर के कलान क्षेत्र में भैसार गांव आता है। गांव के रहने वाले अनुज कुमार ने बताया – "मेरे खेत मंे एक शीशम का पेड़ लगा था। इसके साथ ही ग्राम समाज की जमीन पर 8 अन्य पेड़ भी लगे हुए थे। गांव के ही रहने वाले राजकुमार यादव ने 2 सितम्बर 2022 को इन पेड़ों को अवैध तरीके से कटवा दिया। मैंने इसका विरोध किया। मुझे जातिसूचक गालियां दी गईं।"

अनुज ने बताया -"मैंने पूरे मामले की शिकायत क्षेत्रीय थाने में की। थानेदार ने एक सप्ताह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। मुझे कुल्हाड़ी से काट देने की धमकी दी गई।" इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं।

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