मध्य प्रदेश: उज्जैन में बाबा साहब की मूर्ति हटाने का प्रयास, पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में अब तक की अपडेट..

अतिक्रमण हटाने पहुंचा जेसीबी को देख उग्र हुए ग्रामीण
अतिक्रमण हटाने पहुंचा जेसीबी को देख उग्र हुए ग्रामीणफोटो- अंकित पचौरी, द मूकनायक
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भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पुलिस की गाड़ियों के कांच फोड़ दिए। जेसीबी पर भी पथराव किया। इस पूरे बवाल में जेसीबी चालक समेत 9 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने भी बल प्रयोग करते हुए दलित ग्रामीणों के साथ महिलाओं और बच्चों पर लाठी चार्ज कर दिया। इधर अब भीम आर्मी ने आरोप लगाया है कि एसडीएम ने जातिवादी मानसिकता के चलते 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर शासकीय भूमि पर बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की थी, उसे हटाने की नीयत से प्रशासन ने कार्यवाही करने की कोशिश की जिसके बाद लोगों में आक्रोश फैल गया।

दरअसल मामला उज्जैन जिले की घट्टिया तहसील के झितरखेड़ी का है। पुलिस और प्रशासन की टीम गत शुक्रवार को यहां अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इसी दौरान ग्रामीणों ने टीम पर हमला कर दिया। द मूकनायक से बातचीत करते हुए एसडीएम संजय साहू ने बताया कि गांव में किसी ने सरकारी जमीन पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के पास तार फेंसिंग कर जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था। ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि जमीन पर पहले सभी वर्ग के कार्यक्रम होते थे, लेकिन अतिक्रमण के बाद बंद हो गए। एसडीएम ने बताया कि "भीम आर्मी के आरोप निराधार है हम मूर्ति को हटाने नहीं गए थे हमने सिर्फ तार फेंसिंग को हटाया है।"

वहीं इस मामले में द मूकनायक से बातचीत करते हुए आजाद समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील अस्तेय ने बताया कि, प्रशासन बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की मूर्ति हटाने की नीयत से गाँव में पहुचां था। जिसका दलित ग्रामीणों ने विरोध किया लेकिन प्रशासन ने जेसीबी चला कर तार फेंसिंग उखाड़ दी। विरोध तेज करने पर प्रशासन ने लाठीचार्ज कर दिया, लोगों को बेरहमी से पीटा गया। यहाँ तक महिलाओं पर भी पुलिस ने लाठियां भांजी।" सुनील अस्तेय ने कहा, हमने उज्जैन कलेक्टर से समिति गठित कर निष्पक्ष जांच की मांग की है। 

अतिक्रमण हटाने पहुंचा जेसीबी
अतिक्रमण हटाने पहुंचा जेसीबीफोटो- अंकित पचौरी, द मूकनायक

एसडीएम संजय साहू के मुताबिक कुछ पुलिस अधिकारियों की गाड़ी घटना स्थल पर पत्थरबाजी के बीच फंस गई। इस दौरान किसी तरह उन्हें भी सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षित गाड़ी में बैठाकर वहां से निकाला। पत्थरबाजी में घायल होने वाले पुलिसकर्मियों में पीएस यादव, वीरेंद्र परिहार, सुर सिंह बामनिया, बाबूलाल पटेल, साक्षी जोशी, अरविन्द यादव, मोहनलाल और शिवशंकर समेत जेसीबी चालक घायल हो गया।

ग्रामीण हुए आक्रोशित

घट्टिया तहसील के समीप स्थित ग्राम झितरखेड़ी में 26 जनवरी के दिन ग्रामीणों ने 30 बाय 100 के शासकीय भूमि के हिस्से पर बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाकर तार फेंसिंग कर दी थी। पंचायत द्वारा शिकायत करने पर शुक्रवार को एसडीएम और तहसीलदार पुलिस अधिकारियों के साथ तार फेंसिंग और मूर्ति हटाने पहुंचे। जेसीबी से अतिक्रमण हटना शुरू होते ही अधिकारी लौट गए थे।

इसी दौरान ग्रामीण का विरोध तेज होता देख पुलिस ने सख्ती से भीड़ को हटाने का प्रयास किया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जेसीबी व पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को तितर-बितर किया, लेकिन इस दौरान पथराव से छह पुलिसकर्मी, दो नगर सैनिक व जेसीबी चालक घायल हो गया। सभी को नजदीक के सरकारी अस्पताल ले जाकर उपचार कराया गया। घटना में किसी को गंभीर चोंट नहीं आई है।

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60 लोगों पर होगा केस दर्ज

पुलिस टीम पर हमले के बाद मामले में घट्टिया थाना प्रभारी पीएस यादव ने बताया कि हमला करीब 60 लोगों ने किया है। सभी पर केस दर्ज कर उन्हें पहचान कर गिरफ्तार करेंगे। एसडीएम द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस वीडियो से लोगों की पहचान कर मुकदमा दर्ज करेगी। 

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