नागपुर: AIISCA का सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर यूं बनेगा वंचित समुदाय के लिए सुरक्षित और समावेशी शिक्षा हब

संसाधन केंद्र के माध्यम से वंचित समुदायों को शैक्षिक उपकरण, सुरक्षित अध्ययन स्थान, मार्गदर्शन और कैरियर सलाह उपलब्ध कराई जाएगी। यह केंद्र प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए भी छात्रों को तैयारी में मदद करेगा।
सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर (SRC) का  उद्घाटन 17 नवंबर को होगा।
सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर (SRC) का उद्घाटन 17 नवंबर को होगा।
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नागपुर: ऑल इंडिया इंडिपेंडेंट शेड्यूल्ड कास्ट्स एसोसिएशन (AIISCA) ने 17 नवंबर को नागपुर, महाराष्ट्र में सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर (SRC) के शुभारंभ की घोषणा की है। यह केंद्र वंचित समुदायों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा, जो उन्हें शिक्षा, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के लिए नए अवसर प्रदान करेगा। समुदाय के विद्यार्थी यहाँ शैक्षिक संसाधनों, उपकरणों और मेंटरशिप का लाभ उठा सकेंगे।

बाबासाहेब आंबेडकर के स्वायत्तता के सपने को पुनर्जीवित करने के लिए AIISCA ने यह कदम उठाया है। संगठन के अध्यक्ष डॉ. राहुल सोनपिंपले ने कहा, “सावित्रीबाई फुले, जो महिलाओं की शिक्षा और सामाजिक सुधार की प्रखर समर्थक थीं, की विरासत से प्रेरित होकर यह केंद्र आशा की किरण बनेगा। हमारा उद्देश्य शिक्षा के लिए मौजूद प्रणालीगत बाधाओं को तोड़ना और सबसे कमजोर लोगों को उन्नति का अवसर प्रदान करना है।”

सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर केवल एक इमारत नहीं है; यह एक आंदोलन है जो उन समुदायों को सशक्त बनाने का प्रयास करेगा जो पीछे रह गए हैं। यह शिक्षा, मार्गदर्शन और अवसर प्रदान करने का संकल्प करता है, चाहे कोई भी जाति, धर्म या पंथ का हो।

AIISCA ने सभी से अपील की है कि वे इस आंदोलन का समर्थन करें और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करें जो शिक्षा, समानता और सशक्तिकरण पर आधारित हो।

वंचित समुदायों के लिए सशक्तिकरण का नया युग

द मूकनायक से बातचीत में AIISCA महाराष्ट्र राज्य महासचिव दीपाली साल्वे ने बताया, "सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर न केवल एक शैक्षिक संस्थान होगा, बल्कि यह एक ऐसा मंच होगा जहां वंचित समुदाय के लोग सशक्त होंगे।" AIISCA की यह पहल बाबासाहेब आंबेडकर के सपनों को साकार करने में मदद करेगी और एक ऐसे समाज का निर्माण करेगी जहां शिक्षा, समानता, और सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जाएगी। सेंटर का मुख्य उद्देश्य वंचित छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक उपकरण और संसाधन प्रदान करना है। इसमें शामिल हैं:

1. शैक्षिक उपकरण और संसाधन

सावित्रीबाई फुले रिसोर्स सेंटर का मुख्य उद्देश्य वंचित छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक उपकरण और संसाधन प्रदान करना है। इसमें शामिल हैं:

  • पुस्तकालय और अध्ययन सामग्री: केंद्र में एक समृद्ध पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न विषयों पर पुस्तकें, अध्ययन सामग्री, और डिजिटल लर्निंग संसाधन उपलब्ध होंगे।

  • डिजिटल लर्निंग उपकरण: तकनीकी संसाधनों जैसे कंप्यूटर, टैबलेट और इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि छात्र ऑनलाइन शिक्षा और सूचना का उपयोग कर सकें।

2. सुरक्षित अध्ययन स्थान

SRC वंचित समुदायों के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करेगा। यह केंद्र निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान देगा:

  • असुरक्षा का निवारण: केंद्र में सुरक्षित कक्षाएं और अध्ययन क्षेत्र बनाए जाएंगे, जहाँ छात्र बिना किसी भेदभाव के अध्ययन कर सकें।

  • समावेशिता और विविधता: विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों के लिए एक समावेशी वातावरण सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि सभी को समान अवसर मिल सके।

3. मार्गदर्शन और कैरियर सलाह

केंद्र में छात्रों के लिए करियर मार्गदर्शन और मेंटरशिप प्रोग्राम्स का आयोजन किया जाएगा। इसमें शामिल हैं:

  • कैरियर काउंसलिंग: विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को उनके करियर के विकल्पों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

  • नेटवर्किंग अवसर: छात्रों को विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में नेटवर्किंग के अवसर प्रदान किए जाएंगे, ताकि वे अपने करियर में आगे बढ़ सकें।

4. उच्च शिक्षा की तैयारी

SRC उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए छात्रों को तैयार करने में मदद करेगा। इस क्षेत्र में प्रमुख पहलें शामिल हैं:

  • एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी: केंद्र छात्रों को विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए विशेष मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करेगा।

  • अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश: वंचित समुदायों के छात्रों को विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवश्यक जानकारी और तैयारी प्रदान की जाएगी।

5. सामुदायिक सशक्तिकरण और जागरूकता

SRC समुदाय के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करेगा। इसमें शामिल हैं:

  • सामुदायिक कार्यक्रम: केंद्र में नियमित रूप से कार्यशालाएं, सेमिनार और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाएंगे।

  • सामाजिक न्याय की शिक्षा: छात्रों को सामाजिक न्याय, समानता, और उनके अधिकारों के बारे में शिक्षा दी जाएगी, ताकि वे अपनी आवाज़ उठा सकें और अपने हक के लिए खड़े हो सकें।

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