उत्तर प्रदेश: आजादी के 75 साल बीते, एक दलित बस्ती में अब तक नहीं हुआ सड़क निर्माण!

घर पहुंचने के लिए खेत की मेढ़ों का करना पड़ता है इस्तेमाल, बारिश से होती है दिक्कत।
 दूसरे के खेत से गुज़रते हैं तो विवाद होता है।
दूसरे के खेत से गुज़रते हैं तो विवाद होता है।
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया के जनपद भलुअनी नगर पंचायत से एक मामला सामने आया है जहां 125 दलित परिवारों ने दावा किया है कि बस्ती तक पहुँचने के लिए कोई सड़क नहीं है। बस्ती तक पहुँचने के लिए उन्हें खेतों का सहारा लेना पड़ता है। खेत पर बनी मेढ़ को ही लोगों ने रास्ता बना लिया है। बारिश के वक्त खेतों में पानी भर जाने की वजह से खेतों का नज़ारा टापू से काम नहीं लगता, मज़बूरी के कारण यहाँ के स्थानीय लोगों को पानी और कीचड़ से होकर बस्ती तक जाना पड़ता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब वह किसी दूसरे के खेत से गुज़रते हैं तो उन्हें मार-पीट का सामना करना पड़ता है। यहाँ के दलित परिवार इस समस्या से सालों से जूझ रहे हैं। उन्होंने इस समस्या की गुहार प्रशासन से लगायी थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इन दलित परिवारों को बस इंतज़ार है सड़क निर्माण का।

द मूकनायक ने स्थानीय पार्षद से बात की तो उन्होंने बताया कि सड़क बनाने के लिए एसडीएम से लेकर डीएम तक को ज्ञापन दिया जा चुके हैं। जिम्मेदार लोग सर्वे के लिए भी आए हैं, लेकिन अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका है।

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