नई दिल्ली: भारत क पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले साल मई में शुरू हुई हिंसा के अब एक साल से अधिक समय बीत चुका है लेकिन अभी भी राज्य हिंसा की घटनाओं से नहीं उबार पाया है. ताजा घटनाक्रम में, मणिपुर के जिरीबाम जिले में गुरुवार शाम को मैतेई बुजुर्ग की हत्या के विरोध में इलाके में हिंसा भड़क गई है। जिरीबाम जिले में शनिवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने एक पुलिस चौकी और करीब 70 से अधिक घरों में आग लगा दी।
अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों ने शुक्रवार देर रात करीब 12:30 बजे बराक नदी के किनारे चोटोबेकरा इलाके में स्थित जिरी पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था। वहीं घटना के बाद जिरीबाम के पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा का तबादला कर दिया गया।
राज्य की राजधानी इंफल से लगभग 220 किलोमीटर दूर स्थित जिले के मोधुपुर क्षेत्र के लामताई खुनौ में पहाड़ी क्षेत्र के संदिग्ध उग्रवादियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर कई हमले किए। जिरीबाम के जिलाधिकारी ने बताया कि जिरीबाम के बाहरी इलाके के लामताई खुनौ, दिबोंग खुनौ, ननखल और बेगरा गांवों में 70 से अधिक घरों को आग लगा दी।
पुलिस ने बताया कि उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षा अभियान में सहायता के लिए 70 से अधिक जवानों की एक टुकड़ी को इंफल से जिरीबाम हवाई मार्ग से भेजा गया। आंतरिक मणिपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद अंगोमचा बिमोल अकोईजाम ने राज्य सरकार से जिरीबाम जिले के लोगों के जीवन और संपत्तियो की रक्षा करने का आग्रह किया है।
अकोईजाम ने कहा कि मैंने जिरीबाम के जिला अधिकारियों से बात की है। वहां अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी पहुंच गए हैं। शहर में रहने वाले लोगों को भी सुरक्षा दी जा रही है, लेकिन शहर के सीमाई क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा नहीं दी जा रही है।
घटना के बाद जिरीबाम के पुलिस अधीक्षक घनश्यामशर्मा को स्थानांतरित कर दिया गया कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, जिरीबाम के पुलिस अधीक्षक को मणिपुर पुलिस प्रशिक्षण कालेज के अतिरिक्त निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है।
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