भोपाल। छतरपुर जिले में हाल ही में हुए एक दर्दनाक घटना ने प्रदेश में सनसनी फैला दी है। रेप पीड़िता और उसके परिवार के तीन सदस्यों को गोली मारने वाले आरोपी भोला अहिरवार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना से पहले आरोपी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और अपनी लोकेशन की जानकारी दी थी। जैसे ही पुलिस पहुँचीं, तो एनकाउंटर के डर से उसने अपनी कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
मंगलवार सुबह करीब 9.15 बजे आरोपी भोला अहिरवार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी बात रखी और पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की। पुलिस जब उसकी लोकेशन पर पहुंची, तो उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने खुद को चारों तरफ से घिरा देख अपनी कनपटी पर गोली मार ली।
सागर आईजी प्रमोद वर्मा ने बताया कि पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए उसकी लोकेशन पर पहुंची थी। पुलिस और आरोपी के बीच फायरिंग हुई, जिसमें पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। आरोपी ने इस स्थिति से घबराकर आत्महत्या कर ली।
आरोपी ने अपने अंतिम सोशल मीडिया पोस्ट में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि उसे फंसाया गया है और उसके खिलाफ पॉक्सो और धारा 376 के तहत झूठे मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं। उसने दावा किया कि पूरा गांव जानता है कि उसने किसी का रेप नहीं किया। आरोपी ने कुछ पुलिस अधिकारियों और स्थानीय नेताओं पर पैसे लेकर उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने का आरोप भी लगाया।
आरोपी ने लिखा, "मैंने किसी का रेप नहीं किया है। मुझे सिर्फ पैसों के लिए षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। पुलिस ने बाल्मीक चौबे और जय बेदी से पैसे लेकर मेरे खिलाफ मुकदमा कायम किया था।"
रविवार-सोमवार की दरमियानी रात भोला अहिरवार नाबालिग पीड़िता के घर अवैध हथियार लेकर घुसा और उसने पीड़िता और उसके परिवार पर हमला किया। आरोपी ने पीड़िता के दादा (65) को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता और उसके चाचा को भी गोली मारकर फरार हो गया।
घटना के बाद, पुलिस ने इलाके में आरोपी की तलाश तेज कर दी थी, लेकिन सोमवार शाम को आरोपी ने सागर जिले के एक युवक की बाइक छीनकर भाग निकला।
घटना से जुड़ी एक और गंभीर बात तब सामने आई जब पीड़िता की छोटी बहन ने पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। उसने बताया कि जब वे 28 जुलाई को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गए थे, तो थाने की टीआई मैडम ने रिपोर्ट लिखने के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे। इसके बाद पुलिसवालों ने उनके घर आकर भी 70 हजार रुपए की मांग की थी और कहा था कि अगर पैसा नहीं दिया तो रिपोर्ट वापस लेनी होगी।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.