भोपाल। एमपी में लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हाल ही में मुरैना जिले के सबलगढ़ में मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे टोंगा तालाब फूटने से आई बाढ़ से यहाँ के आसपास बसे गांवों के लोग परेशानी में हैं। 24 घंटे पहले जो दरार 15 इंच की थी, वो बढ़कर 20 फीट हो गई है। इसकी चौड़ाई बढ़ती जा रही है। 4 गांव डूब चुके हैं, 20 गांवों में अब भी खतरा मंडरा रहा है।
यहां के 12 गांवों में 400 बीघा से ज्यादा खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो चुकी हैं। ग्रामीणों का दावा है कि करीब 30 लाख रुपए की बाजरा की फसल खराब हुई है। बारिश का पानी गाँव में घुसने से लोगों ने, गाँव छोड़ दिया है, वह ऊंची जगहों पर बैठे हुए हैं।
टोंगा गांव के लोगों के मुताबिक, सोमवार शाम 4 बजे एक युवक बांध की ओर गया तो 15 इंच की दरार दिखी। तुरंत सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस को सूचना दी गई। कलेक्टर अंकित अस्थाना, सिंचाई विभाग से इंजीनियर और पुलिस अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुंचे। दरार देखी लेकिन इसे ठीक करने के प्रयास शुरू नहीं किए गए। कैचमेंट एरिया में पड़ने वाले 20 गांवों में अलर्ट जरूर कर दिया कि डैम से रिसाव हो रहा है। पानी का बहाव तेज हो सकता है। इस लापरवाही से यह हुआ कि रात 8 बजे पानी गांव में घुस गया।
टोंगा रिजर्व डैम की दीवार में दरार और उसके फूट जाने के बाद सबलगढ़ के 20 गांवों में हालात खराब हो गए हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति टोंगा, देवपुर, कुतघान का पुरा, कोरी का पुरा, पासौन, रानी का पुरा गांव में है। यहां खेतों-घरों में पानी भर गया है। पोल टूटने से बिजली भी पिछले कई घण्टों से बन्द है।
मंगलवार सुबह करीब 6 बजे टोंगा रिजर्व डैम में पानी के बहाव ने 15 इंच चौड़ी दरार के ऊपर बनी दीवार को ढहा दिया। पानी तेज रफ्तार में बहना शुरू हो गया। 6 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन का अलर्ट तो था ही, जब घरों में पानी भरने लगा तो लोगों ने आनन-फानन में सामान समेटा और बाहर निकल गए। हालात बदतर होने पर एनडीआरएफ के रेस्क्यू दल भी गांव के आसपास तैनात कर दिए गए।
पानी के तेज बहाव के कारण बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र की फसलें खराब हुई है। सैकड़ों बीघा जमीन पानी मे डूब गई है। कुछ जगहों पर तेज बहाव में खेतों की मिट्टी तक बह गई। टोंगा, देवपुर, कुतघान का पुरा, कोरी का पुरा, पासौन, रानी का पुरा गांव में रिजर्व डैम से बहकर आए पानी ने तबाही मचाई है। यहां घर-खेतों में पानी भर गया है। कई परिवार तो ऐसे हैं, जिनके पास 2 से 3 बीघा जमीन है और उस पर ही अपने गुजारे के लिए अनाज पैदा करते हैं। बताया जा रहा है, 6 गाँव की 400 बीघा से भी ज्यादा फसल अबतक बर्बाद हो चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, क्षमता से अधिक मात्रा में तालाब में पानी आचुका था। जल संसाधन विभाग की टीम ने दो-तीन जगह नालियां बनाकर टोंगा तालाब से पानी निकालने की कोशिश की थी ताकि इसे फूटने से रोका जा सके। बांध करीब 80 प्रतिशत भरा हुआ था। इसके दायरे में आने वाले गांवों में मुनादी से सूचना दी गई है, ताकि लोग जरूरत पड़ते ही सुरक्षित जगहों पर पहुंच जाएं।
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है, तालाब का 25 से 30 फीट चौड़ाई में कटाव बढ़ गया है। जल संसाधन और राजस्व विभाग की टीम दो-तीन जगह नालियां बनाकर पानी निकालने की कोशिश कर रही है। लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है, यदि पानी बढ़ा तो अन्य आसपास के गाँव खाली कराए जाएंगे।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.