नई दिल्ली। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को मणिपुर के तेंग्नौपाल (Tengnoupal) जिले के एक गांव में दो आतंकवादी समूहों के बीच गोलीबारी की रिपोर्ट के बाद कम से कम 13 लोग मृत पाए गए।
अधिकारियों ने बताया कि शव सैबोल के पास जहां लड़ाई शुरू हुई थी, वहां से करीब 10 किलोमीटर दूर लीथू गांव में पाए गए। अधिकारियों ने बताया कि वे निहत्थे थे।
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, "ऐसा लगता है कि मृतक लीथू क्षेत्र के नहीं हैं और हो सकता है कि वे किसी अन्य जगह से आए हों, जिसके बाद वे एक अलग समूह के साथ गोलीबारी में शामिल हो गए।"
न तो पुलिस और न ही सुरक्षा बलों ने मारे गए लोगों की पहचान की पुष्टि की है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है। यह राज्य मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा से तबाह हो गया है, जिसमें 182 लोग मारे गए हैं और 50,000 लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं।
लड़ाई चुराचांदपुर, तेंगनौपाल और चंदेल जिलों के सीमावर्ती इलाकों में केंद्रित है, जहां या तो मैतेई या कुकी का वर्चस्व है। ये समूह बहुसंख्यक मैतेई समुदाय से अलग राज्य या अधिक स्वायत्तता के लिए लड़ रहे हैं। अब तक की हिंसा में बंदूक की लड़ाई, आगजनी और अपहरण शामिल हैं।
आपको बात दें कि, अधिकारियों ने रविवार को कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों को छोड़कर, राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर सात महीने से लगा प्रतिबंध हटा दिया। केंद्र और मणिपुर सरकार द्वारा राज्य के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद यह कदम उठाया गया था।
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