भोपाल। मध्य प्रदेश में मंगलवार को ट्रक-बस ड्राइवर्स हड़ताल के कारण जरूरी सेवाओं पर असर दिखा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई कम हुई। पेट्रोल पम्प पर तेल की आवक नहीं होने से गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। स्कूल-कॉलेज बसें बंद रहने से स्टूडेंट्स परेशान हैं। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है।
दरअसल, सरकार ने हाल ही में भारतीय न्याय संहिता को संसद से मंजूरी दे दी है। आने वाले समय में ये भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रावधान को रिप्लेस करेंगे। नए कानून में हिट एंड रन के केस में गलत ड्राइविंग या लापरवाही के चलते किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है और ड्राइवर बिना पुलिस को सूचना दिए मौके से फरार हो जाता है, तो उसे 10 साल तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा 7 लाख रुपए तक का जुर्माना भी लग सकता है। इसका विरोध ट्रक-बस ड्राइवर कर रहे हैं।
भोपाल में बसें नहीं चलने से कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई। कुछ स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस लगी हैं। यात्री बसें बंद होने से लोग परेशान हो रहे हैं। भोपाल बीसीसीएल रेड बसे बन्द हैं। प्रदेश में कई जगह सब्जी और अनाज मंडियां बंद हैं। डोर टू डोर कचरा उठाने वाले वाहनों के ड्राइवर ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। यातायात की सबसे ज्यादा परेशानी उज्जैन से रतलाम रूट पर है। भोपाल-रामगंज मंडी तीसरी लाइन का काम चलने के कारण ट्रेन भी नहीं चल रही है। इस कारण पूरी तरह से आवागमन थम गया गया है।
भोपाल शहर के पेट्रोल पंपों पर मंगलवार सुबह से ही लंबी कतारें लगी हैं। एमपी नगर प्रगति तिराहे के पेट्रोल पंप पर तो सड़क तक लाइन लग गई। लोगों को आधे से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। भोपाल पेट्रोल डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि पेट्रोल की किल्लत को लेकर ड्राइवर्स से बात हुई है। अधिकतर ड्राइवर्स ने पेट्रोल पहुंचाने की बात पर सहमति जताई है। उम्मीद है कि मंगलवार को स्थिति में सुधार आएगा, क्योंकि डिपो पर सोमवार दे रात टैंकर निकलना शुरू हो गए हैं। कई पेट्रोल पंपों पर स्टॉक भी खत्म हो गया था।
द मूकनायक से बातचीत करते हुए मिनी ट्रक ड्राइवर अभिषेक ने कहा, "सरकार ने काला कानून पारित किया है। यह कानून हम सभी वाहन चालकों के हित में नहीं है। हम मजदूर हैं। सात लाख रुपए जुर्माना कैसे देंगे। सरकार जबतक यह कानून वापस नहीं लेती तब तक हम आंदोलन जारी रखेंगे।"
"शहर में हर तरफ पेट्रोल-डीजल की किल्लत है, जिस कारण लगभग सभी पेट्रोल पंप बन्द होने की कगार पर हैं, जिनके पास थोड़ा बहुत डीजल बचा भी है, वहां लंबी-लंबी गाड़ियों की कतारें लगी हैं। इसके साथ मंडियों में सब्जी की आवक नहीं है। यहाँ फुटकर विक्रेताओं ने सब्जियों के दाम दोगुने कर दिए हैं, जिससे आमजन का जीवन सीधा प्रभावित हो रहा है," मिनी ट्रक ड्राइवर अभिषेक ने कहा.
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.