यूपी पुलिस का ख़ूनी चेहरा: रुक नहीं रहा मौतों का सिलसिला, पुलिस की मार से जितेन्द्र ने गंवाई जान?

जितेन्द्र श्रीवास्तव के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसकी मौत पीटने से हुई है।
जितेन्द्र श्रीवास्तव के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसकी मौत पीटने से हुई है।
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कानपुर। उत्तर प्रदेश में पुलिस की बर्बरता पर विराम ही नहीं लग रहा है। अल्ताफ़ मामले की जांच पूरी भी नहीं हो पाई थी कि मंगलवार को फिर हिरासत में हैवानियत का मामला सामने आया है।

कानपुर के कल्याणपुर पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने एक युवक को हिरासत में इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। चोरी के शक में हिरासत में लिए गए युवक को पुलिसकर्मियों ने जमकर पीटा। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। घर पहुंचने के बाद युवक की तबीयत बिगड़ती गई। सोमवार रात अस्पताल ले जाते वक्त युवक की मौत हो गई।

वहीं, पुलिस ने चोरी की एफआईआर दर्ज कराने वाले वादी पर हत्या का केस दर्ज किया है। कल्याणपुर के माधवपुरम में स्थित आईआईटी सोसाइटी निवासी जितेंद्र श्रीवास्तव उर्फ कल्लू (23) मुंबई में रहकर शटरिंग का काम करता था। दिवाली पर वह घर आया था। पड़ोसी वाईएस दीक्षित ने दिवाली के दूसरे दिन जितेंद्र व उसके भाई कृष्णा उर्फ किन्ना पर चोरी की नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी।

जितेंद्र के परिजनों के मुताबिक तब से पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। रविवार की दोपहर को पुलिसकर्मी घर से जितेंद्र को उठा ले गए थे। रात करीब दस बजे पुलिस ने परिजनों को फोन करके जितेंद्र को ले जाने को कहा। जितेंद्र की बहन पूनम और मानसी थाने गईं और उसे ले आईं। वह डरा सहमा था। जितेंद्र बार-बार कह रहा था कि उसके पेट में दर्द हो रहा है। पुलिस के डर की वजह से वह अपने दोस्त के ढाबे में रुक गया था। सोमवार रात उसकी तबीयत बिगड़ी। तब परिजन उसको अस्पताल ले जा रहे थे। तभी रास्ते में जितेंद्र की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से जितेंद्र की मौत हुई है। ट्विटर पर भी फोटो और विडियो साझा किए गए हैं।

डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला समेत अन्य पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने वाईएस दीक्षित पर हत्या का केस दर्ज किया। पुलिस अफसरों का कहना है कि एफआईआर तहरीर के आधार पर दर्ज की गई है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

तहरीर के आधार पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। जांच जारी है। परिजनों ने जो भी आरोप लगाए हैं उन सभी की जांच की जाएगी। जिसकी भूमिका मिलेगी, उन पर साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

बीबीजीटीएस मूर्ति, डीसीपी पश्चिम

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