भोपाल। मध्यप्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको देखते हुए बीजेपी लोगों के बीच सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और भाजपा कार्यकाल में हुए विकास कार्यों की जानकारी देने के लिए जनता के बीच पहुंच रही है जिसे विकास यात्रा का नाम दिया गया है। बीजेपी यह यात्रा ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में निकाली जा रही है जिसमें स्थानीय बीजेपी के विधायक और मंत्री शामिल हो रहे है। विकास यात्रा के दौरान बीजेपी को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के कई जिलों से लगातार खबरें मिल रहीं है कि बीजेपी की विकास यात्रा में नाराज आमजन नेताओं को खूब खरी खोटी सुना रहे हैं।
विकास यात्रा में लगातार हो रहे विरोध ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। विकास यात्रा में कई जगह बीजेपी विधायकों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। निवाड़ी में बार बालाओं का डांस वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तीखा हमला बोला और शिवराज सिंह चौहान की विकास यात्रा को विनाश यात्रा भी बताया था। हम आपको प्रदेश के विभिन्न विधानसभा मित्रों से मिली खबरों के बारे में बताते हैं।
केस. 1 सीहोर के इछावर में बीजेपी की विकास यात्रा के दौरान विधायक करण सिंह वर्मा को बिजली एवं पानी की समस्या को लेकर लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने भाषण के दौरान ही विधायक को समस्याएं गिनानी शुरू कर दी।
केस. 2 दमोह के भाजपा विधायक धर्मेंद सिंह लोधी की विकास यात्रा को ग्रामीणों ने बीच में ही रोक लिया और बीजेपी विधायक से पिछले साढ़े चार साल में हुए विकास कार्यों का हिसाब जनता मांगने लगी। जनता ने विधायक को खूब खरी खोटी सुनाई।
केस. 3 मध्यप्रदेश के खंडवा में खालवा क्षेत्र के ग्राम गोलखेड़ा में विकास यात्रा के दौरान वन मंत्री विजय शाह की सभा में कुछ लोग हंगामा करने लगे जिसके बाद मंत्री भड़क गए। उन्होने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग हैं जो कार्यक्रम बिगाड़ना चाहते हैं। यह सरकार का कार्यक्रम है इसमें जो व्यवधान डालेगा उस पर कार्रवाई होगी।
केस. 4 खंडवा के पंधाना विधानसभा में विकास यात्रा का सांसद आदर्श ग्राम आरूद में जाना हुआ। यहां विधायक राम दांगोरे समेत भाजपा नेताओं ने सरकार की योजनाएं गिनाई। अपने भाषण में उन्होंने क्षेत्र के विकास का महिमामंडन कर दिया। जैसे ही गांव के सरपंच ने माइक थामा और अपनी बात रखी तो ग्रामीणों ने तालियां बजाना शुरू कर दी। सरपंच कुलदीप रील ने गांव को सांसद आदर्श ग्राम का दर्जा मिलने के बाद विकास से नदारद बताया। वे खुद बीजेपी से जुड़े हैं लेकिन सरकार के विकास के दावों पर पोल खोल दी।
केस. 5 खंडवा के ही सांसद आदर्श ग्राम आरूद में एक मेधावी छात्र ने भी विधायक राम दांगोरे को घेर लिया। छात्र ने विधायक को दो साल पुरानी उनकी स्वघोषणा याद दिला दी। कहा कि मैरिट में आने वाले विधानसभा क्षेत्र के 10 छात्रों को 25.25 हजार रूपए देने की घोषणा की थी। हम लोग आपके घर व दफ्तर पर गए। कई बार पीए से मिले लेकिन एक ढेला नही मिला। बता दें कि विधायक राम दांगोरे ने 13 अगस्त 2020 को एक स्वघोषणा की थी एवं कहा था कि क्षेत्र में विधायक प्रतिभा समृद्वि योजना चलाएंगे जिसके अंतर्गत मेरिट में आने वालों को छात्रों को लैपटॉप के लिए 25 हजार रूपए की राशि दी जाएगी। छात्र देव पटेल के सवाल पर विधायक दांगारे ने गलती मानी और उचित निर्णय लेने की बात कही।
केस. 6 रीवा के मऊगंज में विकास यात्रा के मंच पर विधायक की मौजूदगी में ही जिला मंत्री महेशचन्द्र राल्ही ने इस्तीफ़ा दे दिया। महेश चंद्र ने इस्तीफा देने से पहले मंच से ही भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और आरटीआई से मिली जानकारी का हवाला देते हुए मंच से ही जनता को बताया कि तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष महेश पटेल के खिलाफ मऊगंज में हैंडपंप संबंधी समस्या को लेकर आरटीआई लगाई थी जिसमें पता चला कि हैंडपंप का खनन किये बिना ही भुगतान तक कर दिया गया और इस पर बात करने पर अपमानजनक शब्द कहे।
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