उत्तर प्रदेश। यूपी के अयोध्या जिले में भव्य दीपोत्स्व का आयोजन किया गया। दीपावली की पूर्रव संध्या शनिवार को हिन्दुओं के प्रमुख महापर्व दीपावली के उपलक्ष्य में सरकार ने 25 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 22 लाख 20 हजार दीये ही जल पाए. इस भव्य महोत्स्व में लगभग 50 से अधिक देशों के राजनायिक भी मौजूद रहे। इस दीपोत्सव कार्यक्रम में कितना सरकारी बजट खर्च हुआ इसका कोई सार्वजानिक डाटा उपलब्ध नहीं है. बहरहाल, इस दीपोत्सव आयोजन के दौरान उपस्थित रही द मूकनायक की टीम ने लाखों दीयों की रोशनी डार्क साइड की भी पड़ताल की, जो देश में महंगाई और प्रदेश में गरीबी के स्तर की हकीकत बयां करती है.
शनिवार और रविवार को द मूकनायक द्वारा प्रकाशित किये गए तस्वीरों और वीडियोज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए जिसमें महिलाओं और बच्चों को दीयों से तेल निकालकर डिब्बों में सहेजते देखा गया.
गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने ड्रोन से 22 लाख 20 हजार जलते हुए दीये कैमरे में कैद किया, जोकि यह एक नया विश्व रिकार्ड है। इससे पूर्व 2022 में सरकार ने लगभग 18 लाख दीये जलाकर विश्व रिकार्ड बनाया था। यह पिछले साल के रिकार्ड से अधिक है। इस दीपोत्स्व के दौरान बचे हुए लगभग 3 लाख दीयों के साथ ही अन्य दीयों से गरीब मजदूर, पुरुष, महिलाएं और बच्चे इन दीयों से तेल भरते नजर आये। इन तस्वीरों को द मूकनायक और सहयोगी पत्रकार अहद आजमी ने कैमरे में कैद की। देखते ही देखते यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इन तस्वीरों को लेकर यूपी के पूर्व सीएम ने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा है। इसके साथ ही अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी इस फोटो को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
भव्य दीपोत्सव की कवरेज के लिए द मूकनायक की टीम भी मौके पर मौजूद थी। अयोध्या में सरयू के घाट पर एक तरफ सीएम योगी सहित दुनिया के लगभग 50 राजनयिक मंच पर आसीन थे, वहीं दूसरी तरफ गरीब मजदूर इन दीयों से तेल भरते हुए कैमरे में कैद हुए। इस दौरान द मूकनायक ने इन मजदूरों से बातचीत की। मजदूरों का कहना था वह हर साल इस घाट से तेल ले जाते हैं। इस तेल को वह खाने के साथ ही शरीर पर लगाने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं।
सरयू के घाट पर मजदूर दीयों से तेल भर रहे थे। इस दौरान मौके पर तैनात पुलिसकर्मी और वालंटियर इन लोगों को ऐसा करने से मना कर रहे थे,साथ ही उन्हें भगा भी रहे थे। इस दौरान एक महिला पुलिसकर्मी के हाथ पेअर जोड़ते नजर आयी। डी मूकनायक ने महिला से बातचीत की महिला का कहना है वह पास के जिले से आई थी। वह सात महीने की गर्भवती है। महिला का पति दो माह पहले उसे छोड़कर जा चूका है। इस कारण बच्चों को पालने और जेब खर्च बचाने के लिए तेल बटोरने आई है। महिला का कहना था वह पिछले तीन साल से इस घाट पर तेल लेने आती है। इसके साथ ही गाँव से सैकड़ों की संख्या में लोग तेल भरने पहुँचते हैं।
सरयू घाट पर दीयों से तेल भरने आई एक महिला ने द मूकनायक को बताया, "यह तेल अपने बच्चे की मालिश के लिए इस्तेमाल करूंगी। उसकी आंख खराब हो गई है। ठंड में इस तेल से शरीर मे मालिश करते हैं।"
"हम मजदूर परिवार से हैं। यह तेल लगाया भी जाएगा और खाया भी जाएगा। कभी मजदूरी मिली कभी नहीं मिलती है। कभी हम खाकर सोते हैं तो कभी भूखा सोना पड़ता है। इस तेल को ले जाने पर 6 से 8 महीना बचत होगी। तेल खरीदना नहीं पड़ेगा। इससे हमारा पैसा बचेगा। इस पैसे से हम अपने बच्चों का ईलाज करवा सकेंगे। कई बार हमें यह तेल भरने नहीं दिया जाता है। पुलिस हमें डंडे मारती है। यह तेल ऐसे ही दीयों के साथ नदियो में बहा दिया जायेगा। इससे अच्छा हम लोगों का खाना ही बन जायेगा", तेल बटोर रही आशा देवी ने द मूकनायक से कहा.
दरअसल, अयोध्या में हिन्दू धर्म के अनुयायियों के भगवान राम की जन्मभूमि है। पुरातन मान्यताओं को लेकर लोग यहां पर भव्य दीवाली का आयोजन करते हैं। इस दौरान शहर को सजाया जाता है। सरयू किनारे भव्य दीपोत्स्व का आयोजन होता है। हर साल प्रदेश सरकार सरयू के तट पर लाखों दीये जलाकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाती है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार इन दीयों को जलाने के लगभग 25 लाख से अधिक दीयों की व्यवस्था की गई थी। वहीं इन दीयों को जलाने के लिए लगभग 25 हजार लीटर ब्रांडेड तेल भी मंगाया गया था। एक दीये में लघभग 10 मिली० तेल की आवश्यकता पड़ती है। आयोजन के दौरान सरयू नदी के घाट पर दीये सजा दीये गए थे। कार्यक्रम में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित लगभग 50 से अधिक देशों के राजनायिकों को भी आमंत्रित किया गया था। साथ ही गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम भी दीयों की गिनती करने के लिए मौजूद थी। दीयों को जलाने के लिए विभिन्न जिलों के स्कूल से छात्र और छात्राएं वालंटियर के रूप में मौजूद थे।
सरयू के घाट पर दीपोत्सव के लिए लगभग 25 लाख से अधिक दीयों की व्यवस्था की गई थी। गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने ड्रोन के जरिये जलते हुए दीपकों की तस्वीर ली। इस दौरान 25 लाख दीयों में 22 लाख 20 हजार दीये ही जलते हुए मिले।
सोशल मीडिया पर वायरल अयोध्या की इस तस्वीर को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव द मूकनायक की तस्वीर को अपने एक्स और फेसबुक हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, "ये बेबस पूछ रही है, गरीबों का कब होता त्यौहार?"
ट्राइबल आर्मी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल द्वारा एक द मूकनायक के फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा गया कि, "इस तस्वीर को गिनीज बुक में जगह मिलेगी या नहीं?"
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