अब तक की खबरें: एम्स में 63 अन्य दवाईयां मिलेंगी फ्री, मरीज के साथ होगा सिर्फ एक तीमारदार

एम्स, नई दिल्ली
एम्स, नई दिल्लीफोटो साभार- इंटरनेट
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नई दिल्ली। द मूकनायक मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ में पढ़ें बच्चों को अपने वेतन से फल खरीदकर खिला रहे गुरूजी, एम्स में 63 अन्य दवाइयाँ मिलेंगी फ्री, गुजरात में सरेआम मुस्लिमों को पीटने वाले पुलिसकर्मियों को जेल, घर में यीशु की फोटो होना धर्म परिवर्तन नहीं: मुंबई हाई कोर्ट, जांच कर रहे दरोगा ने पीड़िता से साथ सोने की कर डाली डिमांड इसके अलावा ख़बरों में और भी बहुत कुछ।

यूपी: दिव्यांग किशोरी से रेप के आरोपित को 20 साल की जेल

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़, कोर्ट ने 15 साल की दिव्यांग से रेप के आरोपित को 20 साल जेल की सजा सुनाई है। साथ ही 50 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। लालगंज के एक गांव की दिव्यांग किशोरी 11 नवंबर 2017 की शाम साढे़ 6 बजे पड़ोस की दुकान पर सामान खरीदने गई थी। दुकानदार किशोरी को अकेले देख उसे घसीटकर करीब ही एक छप्पर में ले गया। किशोरी देर तक घर नहीं लौटी तो परिजन उसकी तलाश करने लगे। इस दौरान वह बदहाल मिली और परिजनों को दुकानदार के दुष्कर्म करने की जानकारी दी। आरोपित दुकान छोड़कर भाग निकला था। पीड़िता के पिता ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले की सुनवाई करते हुए पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश / अपर सत्र न्यायाधीश आलोक द्विवेदी ने आरोपित दुकानदार राजेंद्र उर्फ राजेश पर दोषसिद्ध पाया और 20 साल जेल की सजा सुनाई। अर्थदंड की राशि पीड़िता को देने का आदेश दिया। राज्य की ओर से विशेष लोक अभियोजक देवेशचंद्र त्रिपाठी और अशोक त्रिपाठी ने मामले की पैरवी की।

यूपी: बच्चों को अपने वेतन से फल खरीदकर खिला रहे गुरूजी

उत्तर प्रदेश के बागपत के शासन से परिषदीय, शासकीय सहायता प्राप्त व माध्यमिक परिषद के राजकीय एवं सहायता प्राप्त स्कूलों में पिछले छह माह से बच्चों को वितरित होने वाले फल की धनराशि नहीं दी गई है। शिक्षक अपनी जेब से फल खरीदकर बच्चों को खिला रहे हैं। वे अपने मासिक वेतन से हर सोमवार को फल खरीदते हैं। उनका आरोप है कि फल वितरण का बजट पिछले एक साल से नहीं आया है। जबकि, प्रत्येक सोमवार को स्कूल में फलों का वितरण हो रहा है।

सरकार की ओर से स्कूलों में बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन योजना का संचालन किया जा रहा है। प्रेरणा पोर्टल पर बागपत में करीब 84 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। विद्यालयों में 70 फीसदी की उपस्थिति मानकर धन खाते में भेजने का प्रावधान है। औसतन करीब 60 हजार बच्चों के लिए फल का बजट हर माह दिया जाना है। मध्याह्न भोजन योजना के तहत स्कूलों में कन्वर्जन कॉस्ट का बजट तो समय पर मिला है, लेकिन फल का बजट शिक्षकों को पिछले एक साल से नहीं दिया गया है। रसोइयों का वेतन भी कई माह से नहीं आया है। इससे शिक्षकों की मुसीबत बढ़ गई हैं।

शिक्षक बताते हैं कि नियमानुसार चार रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से फल खरीदने हैं। इसमें कोई भी छोटा फल नहीं होना चाहिए। इसलिए, स्कूल में बच्चों को केला या सेव का वितरण होता है। बाजार में 60 रुपये किलोग्राम केले के भाव हैं। करीब पांच रुपये एक केले की कीमत निकलती है। इसके बाद भी वे अपनी जेब से फल खरीदकर बच्चों को खिला रहे हैं। उनका कहना है कि वे अपने वेतन का बड़ा हिस्सा बच्चों को फल बांटने में खर्च कर रहे हैं।

डीसी एमडीएम फरजान ने बताया कि फल का बजट आ गया है। प्राधिकरण ने शिक्षकों द्वारा दर्शाई गई छात्र संख्या के सापेक्ष सात फीसदी बजट बढ़ाकर भेजा है। पहली किश्त के रूप में अप्रैल से अगस्त माह की धनराशि खाते में भेज दी गई है। शेष धनराशि भी जल्द ही भेज दी जाएगी।

एम्स में 63 अन्य दवाईयां मिलेंगी फ्री, मरीज के साथ सिर्फ एक तीमारदार

एम्स में इलाज करने वाले कैंसर के मरीजों के लिए अच्छी खबर है। एम्स प्रशासन जेनेरिक फार्मेसी में दी जाने वाली दवाइयों की सूची में 63 और दवाओं का इजाफा किया है। यह दवाई मरीजों को मुफ्त में है कराई जाएगी। इसमें ज्यादातर कैंसर और डायबिटीज मरीजों को दी जाने वाली इंसुलिन के जेनेरिक फार्मेसी में अब तक 296 दवाई फ्री उपलब्ध थी। इनमें 63 दवाई अब बढ़ा दी गई है। इसके अलावा, एम्स ने एक और नया फरमान जारी किया है। अब एक मरीज के साथ केवल एक तीमारदार रह सकते हैं। तर्क दिया गया है, की भीड़ को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया जा रहा है। एम्स के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर संजीव लालवानी ने यह आदेश जारी किया है।

गुजरात में मुस्लिमों को सरेआम पीटने वाले पुलिसकर्मियों को जेल

गुजरात के हाई कोर्ट ने 2022 में खेड़ा जिले के एक गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ सदस्यों की पुलिसकर्मियों द्वारा सरेआम पिटाई के मामले में चार पुलिस वालों को 14 दिन की सजा सुनाई है। गुरुवार को हाई कोर्ट ने चारों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तारी पहले उचित प्रक्रिया के अनुपालन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए अवमानना का दोषी ठहराया है।

घर में यीशु की फोटो होना धर्म परिवर्तन नहीं: मुंबई हाई कोर्ट

बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने कहा है कि किसी भी घर में ईसा मसीह की तस्वीर होने का यह मतलब नहीं हो जाता कि उस व्यक्ति ने ईसाई धर्म अपना लिया है। जस्टिस फ्री पृथ्वीराज चौहान और जस्टिस उर्मिला जोशी फाल्के की खंड बेंच ने 10 अक्टूबर को 17 वर्षीय एक लड़की की ओर से दायर याचिका को स्वीकार कर लिया। याचिका में अमरावती जिला जाति प्रमाण पत्र जांच कमेटी की ओर से उसकी जाति मेहर को अमान्य करने के सितंबर 2022 के आदेश को चुनौती दी गई थी। कोर्ट ने कहा कि पिटीशन का धर्म बौद्ध जाति मेहर है, उन्हें दो हफ्ते में का सर्टिफिकेट दिया जाना चाहिए।

जांच कर रहे दरोगा ने पीड़िता से साथ सोने की कर डाली डिमांड

उत्तर प्रदेश (UP) के बिजनौर में दरोगा की गंदी करतूत का मामला सामने आया है। एक महिला ने दरोगा पर आरोप लगाया कि दरोगा ने उसके साथ अश्लील बातें कीं। वह इतने पर नहीं माना, आगे उसे साथ में सोने की भी डिमांड कर डाली। महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। उसी मामले की जांच की जिम्मेदारी दरोगा को मिली थी।

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