The Mooknayak - आवाज़ आपकी

Read More
 डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा 1956 में लाखों दलितों के साथ बौद्ध धर्म अपनाने के बाद यह पर्व दलित बौद्ध समुदाय के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो गया है, जो जातिगत भेदभाव के विरुद्ध एक सांस्कृतिक प्रतिरोध का प्रतीक बन चुका है।
Geetha Sunil Pillai
6 min read
गुजरात में दलित बौद्ध समुदाय के सदस्यों ने राज्य सरकार द्वारा बुद्ध पूर्णिमा को गजेटेड छुट्टी के रूप में घोषित न करने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि विधेयक मौजूदा कानूनों का पूरक बनेगा, न कि उनका विकल्प, और उच्च शिक्षा के संदर्भ में विशेष रूप से लक्षित होगा।
Dalit activist and autorickshaw driver Chitralekha who passed away in October 2024
Kaushambi: Dalit clerk beaten inside police station; police broke law at the behest of kiln owner; FIR filed on court order
Suryapet Custodial Death
Read More
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com